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देबारी अण्डरपास, सर्विसरोड़ को लेकर ग्रामीणों की मांग जायज - सांसद सीपी जोशी

समस्या समाधान के लिए नया प्रपोजल बनाने के निर्देश

 
सर्विस रोड से देनी होगी कनेक्टिविटी

उदयपुर, देबारी में सिक्सलेन निर्माण के चलते लोहारबाड़ा-सकदर लिंक रोड पर अण्डरपास और सर्विसरोड़ कि मांग को लेकर जारी आंदोलन के चलते बुधवार को चित्तौड़ सांसद सीपी जोशी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की समस्या को सुना। सांसद ने देबारी ग्रेट सेपरेटर से लेकर घाटावाली माता तक एक भी अण्डरपास नहीं दिए जाने पर चिंता जताई और मौके पर एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एलएस राजपुरोहित को बुलाकर अण्डरपास की मांग को जायज बताया। 

सांसद ने कहा सकदर लोहार बाड़ा के यंहा अण्डरपास बेहद जरूरी है। गांव पूरा बंट गया है। पैदल राहगीर,बच्चे, ग्रामीणों ओर मवेशियों का रास्ता बंद नहीं कर सकते है इससे भारी परेशानी होगी। इस पर एनएचएआई को अण्डरपास के लिए नया प्रपोजल बनाकर भेजने को कहा साथ ही तब तक कुछ दूर पर जो पुलिया है उसके दोनों ओर सर्विसरोड़ बनाकर आवागमन सुचारू करने को कहा। 

इस दौरान मण्डल अध्यक्ष दुल्हेसिंह, उपसरपंच चन्दन सिंह, नन्दलाल वेद, मुकेश लोहार, हरलाल, लक्ष्मण लोहार, डालचंद, किशोरसिंह, घासीराम, रतन लोहार, पूरन गमेती, देवीलाल, भंवरलाल, कन्हैयालाल, चतर्भुज लोहार समेत कई ग्रामीण युवा, महिलाएं मौजूद रहे।

सर्विस रोड से देनी होगी कनेक्टिविटी-

देबारी उपसरपंच चन्दन सिंह देवड़ा ने सांसद को अवगत करवाया की सकदर लोहारबाड़ा मेघवाल घाटी के साथ सिंगावत वाडा भोपाली दाह का खेडा का आवागमन भी अण्डरपास नही बनने से प्रभावित हुआ है। ऐसे में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शमशान के पास ओर आमलियाजी बावजी के पास वाली पुलिया के दोनो छोर पर सर्विसरोड बनाना तय हुआ लेकिन अभी काम शुरु नही किया गया। इस पर सांसद ने पूछा तो एनएचएआई और निर्माण एजेंसियों ने जल्द दोनो छोर पर सर्विसरोड देकर आवागमन शुरू हो ऐसी व्यवस्था करने की बात कही। सांसद को देबारी पिंडवाड़ा हाइवे पर नलाफ़ला माताजी का खेडा लिंक रोड पर भी अण्डरपास बनाने के संदर्भ में ज्ञापन सौंपा गया।

गौरतलब है कि सिक्सलेन निर्माण के चलते देबारी ग्रेट सेपरेट से लेकर आगे तक तीन लिंक रोड है लेकिन एक भी अण्डरपास नही दिया जबकि गांव की जमीन दो भागों में बंट गई, स्कूल, पंचायत, ईमित्र, बैंक, अस्पताल, राशन दुकान, मन्दिर, श्मशान जाने के लिए भी रास्ता नही दिया। ऐसे में हाइवे पार नही हो पाएगा, हादसे होंगे जिससे ग्रामीण परेशान है। ग्रामीण 2 साल से अण्डरपास की मांग कर रहे है लेकिन एनएचएआई ओर प्रशाशन ने ध्यान नजी दिया। इसी को लेकर काम रुकवाकर अब आंदोलन तेज किया गया है तो सभी हरकत में आए है।