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डेंगू रोकथाम गतिविधियां-सभी नोडल अधिकारी फील्ड में

सीएमएचओ की पुनः आमजन से अपील

 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर एच बामनिया ने बताया कि श्रीमान अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य जयपुर से प्राप्त निर्देशानुसार मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी अपने आवंटित क्षेत्रों में जाकर गतिविधियों का भौतिक सत्यापन करें और रिपोर्ट पेश करें।

एडिशनल सीएमएचओ डॉ रागिनी अग्रवाल को यूपीएचसी फतेहपुरा, आरसीएचओ डॉ अशोक आदित्य को यूपीएचसी पुलिस लाइन, डिप्टी सीएमएचओ डॉ अंकित जैन को यूपीएचसी गोवर्धन विलास सेक्टर 14, डीपीसी डीडीडब्ल्यू डॉ मोहन सिंह धाकड़ को यूपीएचसी प्रताप नगर, डॉ बाल मुकुंद को जगदीश चौक और डॉ प्रणव भावसार को चित्रकूट नगर क्षेत्र आवंटित किया गया।

सभी नोडल अधिकारी अपने आवंटित क्षेत्र में निरीक्षण करने पहुंचे तथा घरों में जाकर भौतिक सत्यापन किया। कुछ जगहों पर पानी में लार्वा पायें गये। वहां तत्परता से कार्यवाही करते हुए उन्हें नष्ट किया गया। घरों में और घरों के आसपास एकत्रित पानी का निस्तारण किया गया।

सीएमएचओ डॉ बामनिया ने बताया कि अभी भी लोगों के घरों में लार्वा पायें जा रहें हैं।लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। उन्होंने पुनः अपील की है कि

सीएमएचओ उदयपुर की सबसे अपील

👉घरों में पानी के पात्रों टंकी,मटके,बाल्टी,टैंक आदि को खुला नही रखे,इन्हे ढंक कर रखे ताकि इनमे मच्छर और अंडे/लार्वा का जन्म नही हो। 

👉 कुलरो को सप्ताह में एक दिन पूरा खाली करके धूप में पूरा सूखा कर वापस काम में लेवे, जिससे मच्छरों के अंडे/लार्वा को पनपने से रोका जा सकेगा। 

👉घरों के आसपास एवम घरों में साफ सफाई रखे। 

👉घरों की छतो पर कबाड़,छोटे मोटे पुराने डब्बे, टायर आदि में पानी नहीं भरने दे इनमे मच्छरों के लार्वा!अंडे और मच्छरों का जन्म होता है। 

👉साफ और ठहरे हुए पानी में ही अंडे/लार्वा और मच्छर पनपते है। 

👉मच्छरदानी का उपयोग करे। या शरीर ढंक कर सोए। 

👉घरों के आसपास पानी को जमा नही होने देवे। 

👉घरों में नमी वाले स्थानों को नही बनाए। 

👉बुखार आने पर सबसे पहले मलेरिया स्लाइड आदि की जांच कराने के बाद ही विधिवत उपचार लेवे,गोली लेने के बाद मलेरिया/डेंगू जांच पॉज़िटिव पाए जाने की संभावना कम रहती है। 

👉 अगर जांच में मलेरिया/डेंगू आदि की पुष्टि होती है तो गाइड लाइन के अनुसार पूरा उपचार लेवे, उपचार को बीच में कभी नही छोडे। 

👉ये हमेशा ध्यान रखे कि मच्छर के काटने से मलेरिया/डेंगू होता है और हमे मच्छरों को पनपने से रोकना ही है। 

👉विभागीय कार्यवाही के साथ आमजन का सहयोग ही  मलेरिया/डेंगू पर नियंत्रण दिला सकता है।