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यूआईटी प्रांगण के साल भर से बंद पड़े कबाड़खाने से निकला श्वान का कंकाल 

इस तरीके से किसी का कंकाल मिलना कहीं ना कहीं वहां के सुरक्षा इन्तेज़ामो और अधिकारियो पर सवालिया निशान खड़ा करता है

 

यूआईटी प्रांगण से एक चौंका देने वाली घटना सामें आई।  जब यूआटीई के आखिरी छोर पर बने कबाड़ख़ाने की सफाई के दौरान एक श्वान का कंकाल वहां पर पड़ा हुआ मिला। कंकाल मिलने के बाद एक बार तो अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया।  पहले कई कयास लगाए गए लेकिन आखिर में जांच में बाद पता चला की यह कंकाल एक श्वान का है। 

अम्बामाता थानाधिकारी रविंद्र चारण ने बताया कि यूआईटी के अधिकारियो की तरफ से घटना की जानकारी मिलने पर टीम मौके पर पहुंची थी और जाँच में यह बात सामने आई की यूआटीटी का वह कमरा जिसमे कबाड़ पड़ा रहता है, उसे आज बुधवार को सफाई के लिए खोला गया जिसके दौरान यह कंकाल जो प्राथमिक रूप से एक श्वान का ही प्रतीत हो रहा है वहां पर पड़ा मिला। 

जानकारी की अनुसार यूआईटी का यह कमरा अमूमन बंद ही रहता है।  और यह श्वान इस कमरे में कब और कैसे पहुंचा इसके बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है।  हालांकि यूआईटी के परिसर में इस तरीके से किसी का कंकाल मिलना कहीं ना कहीं वहां के सुरक्षा इन्तेज़ामो और अधिकारियो द्वारा दिखाई जा रही लापरवाही पर सवालिया निशान खड़ा करता है।