डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा
टोंक और दौसा लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशियों के हारने पर दिया इस्तीफ़ा
प्रदेश की भजनलाल शर्मा सरकार को आज गुरुवार को बड़ा झटका लगा है। राज्य मंत्रीमंडल के वरिष्ठ सदस्य और राज्य के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। दौसा और टोंक लोकसभा क्षेत्र में चुनाव के दौरान उन्होंने दावा किया था कि दौसा और टोंक में भाजपा प्रत्याशियों की भारी मतों से जीत होगी। अगर भाजपा के प्रत्याशी जीत नहीं पाते हैं तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। भाजपा के प्रत्याशी दोनों ही सीटों पर हार गए। बताया जा रहा है डॉ. किरोड़ी लाल मीणा दो दिन पहले ही मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके थे।
डॉ. मीणा के इस्तीफे से भाजपा में खलबली मच गई है। भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओ ने वरिष्ठ नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को मनाने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि डॉ. मीणा पहले ही कह चुके थे कि वे इस्तीफा देंगे।
बताया जा रहा ही कि डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने सरकार को अपना इस्तीफा 20 जून को ही सौंप दिया था। इसी वजह से वो पिछले दिनों हुई सरकार की अहम बैठकों में भी शामिल नहीं हुए।
'प्राण जाई जाय पर बचन न जाई'
लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के दिन 4 जून की दोपहर को जब रिजल्ट आने शुरू हुए तो पता चल गया था कि दौसा और टोंक सीट से भाजपा के प्रत्याशी चुनाव हारने वाले हैं। इस स्थिति को देखते हुए डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने ट्वीट किया जिसमें लिखा कि 'प्राण जाई जाय पर बचन न जाई।' डॉ. मीणा के इस ट्वीट से भी भाजपा में खलबली मच गई थी। पार्टी के वरिष्ठ नेता उन्हें मनाने की कोशिशें करते रहे। मीडिया के सामने डॉ. मीणा ने चुप्पी साध ली थी और अब उन्होंने अपना वचन निभाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।