जैन धर्म के सूत्रों से प्राप्त करें जीवन का आनंद : डॉ. अरविंदर सिंह
मेडिटेशन वर्तमान समय में काफी कारगर है
उदयपुर, 25 दिसंबर। अर्थ ग्रुप के सीईओ डॉ. अरविंदर सिंह ने हाल ही में इनरव्हील क्लब के डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस में मुख्य वक्ता के तौर पर बताया कि जैन धर्म के तीन आधार स्तंभ सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान तथा सम्यक चरित्र के माध्यम से जीवन को बेहतर तथा सुखी बनाया जा सकता है। आपसी वाद विवाद से बचने के लिए अनेकांतवाद का सूत्र काफी कारगर है क्यूंकि एक ही चीज़ को देखने के विभिन्न दृष्टिकोण हो सकते है और हर एक व्यक्ति अपने अनुसार सही हो सकता है। अतः अनेकांतवाद के द्वारा हम विभिन्न परिपक्षेय का सम्मान कर सकते है।
डॉ. सिंह ने बताया कि जैन धर्म के अनुसार सम्यक सिद्धांत का मुख्य सूत्र है कि हम आत्मिक रूप से ग्रहण करे जिसका मुख्य आधार मैडिटेशन है। मेडिटेशन वर्तमान समय में काफी कारगर है। इसके साथ डॉ. सिंह ने सात सुखों की विवेचना, गुरु नानक देव जी की वाणी और मास्लो आवश्यकता सिद्धांत का वर्णन भी जैन सिद्वांतो के साथ अद्भुत प्रकार से समझाया।
इस अवसर पर इनर व्हील क्लब के सदस्य तथा पदाधिकारी कविता बडज़ात्या, अंजू गिरी, स्वीटी छाबड़ा, सुनीता जैन, निशा खांडपुर आदि उपस्थित थे। सबने इस नवीन दृष्टिकोण की सरहाना की और धन्यवाद प्रेषित किया।