न्यायालय में 66 नए चेंबर का शिलान्यास समारोह
वकील सिर्फ कानून से बंधा होता है - मुख्य न्यायाधीश जॉर्ज मसीह
उदयपुर में अधिवक्ताओं के लिए प्रस्तावित 66 नये चैंबर के भूमि पूजन व शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जॉर्ज मसीह ने कहा है कि सफलता प्राप्ति के लिए कठिन मेहनत करनी जरूरी है और एक वकील वकालत और न्यायिक दृष्टांत से बंधा नहीं होता होता है बल्कि वह कानून से बंधा होता है।
मुख्य न्यायाधीश जॉर्ज मसीह ने कहा कि अधिवक्ताओं को वर्तमान तकनीक के साथ कठिन परिश्रम करना है और अपने परिवार को भी समय देना है। उन्होंने कहा कि नए चेंबर के बनने से अधिवक्ताओं में अपने कार्य के प्रति और निष्ठा बढ़ेगी और अच्छे वातावरण में बैठकर वह आने वाली तकनीक के साथ पक्षकारों को त्वरित न्याय दिला सकेंगे।
न्यायाधीश जॉर्ज मसीह ने सीनियर अधिवक्ताओं से जूनियर अधिवक्ताओं को प्रोत्साहित करने महिलाओं को भी इस प्रोफेशन में ठहराव सुनिश्चित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि यह एक व्यवसाय नहीं बल्कि समाज के प्रति एक जिम्मेदारी है और उन्होंने अधिवक्ताओं से आवाहन किया कि वह समझ में वंचित वर्ग के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्माण कर उन्हें भी न्याय दिलाने में अग्रणी भूमिका निभाये।
राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति एवं उदयपुर के प्रभारी न्यायाधीश अरुण भंसाली ने कहा कि सफलता का कोई विकल्प नहीं होता उसके लिए स्वयं मेहनत करनी पड़ती है उन्होंने आने वाले 5 साल में बदलने वाली वकालत की तस्वीर पर ध्यान आकर्षण करते हुए वहां की जो लोग तकनीक से जुड़ेंगे वही इस व्यवसाय में सफल हो सकेंगे।
न्यायाधीश भंसाली ने कहा कि नए चैंबर से नई पीढ़ी के अधिवक्ताओं को पर्याप्त सुख सुविधा मिलेगी वह चेंबर में बैठकर वह तकनीक के साथ सीधे राजस्थान उच्च न्यायालय से जुड़कर पक्षकार के लिए सशक्त पर भी कर सकेंगे उन्होंने अध्यक्ष बनाते वक्त अधिवक्ताओं की बुनियादी सुविधाओं का ध्यान रखने पर जोर दिया।
समारोह में राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति कुलदीप माथुर ने उदयपुर से अपने जुड़ा ऊपर चर्चा की उन्होंने कहा कि उदयपुर बार बहुत संवेदनशील बार होकर यहां सीनियर अधिवक्ता बेहतरीन पैरवी भी करते हैं जिससे उदयपुर में रहने वाले सभी न्यायाधीशों को भी सीखने के अवसर मिले हैं। अपने गुरु के साथ उदयपुर आने जाने के दौरान के प्रसंग को सुना कर उन्होंने बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी से कहा की समारोह में उपस्थित मुख्य न्यायाधीश ओर इंस्पेक्टिंग जज दोनों ही प्रभावी है और सरल स्वभाव के हैं वह उदयपुर की हर जायज मांग को शीघ्र पूरा करने के लिए भी प्रतिबद्ध रहेंगे।
समारोह में सोलर सिस्टर ऑफ़ इंडिया आर डी रस्तोगी ने कहा कि उदयपुर न्याय की दृष्टि से बेहतरीन स्थान है और जहां आने वाले न्यायाधीशों ने न केवल राजस्थान उच्च न्यायालय बल्कि सर्वोच्च न्यायालय के साथ विभिन्न उच्च न्यायालय में मुकाम स्थापित किए हैं उन्होंने अधिवक्ताओं को इस व्यवसाय में सकारात्मक रूप से मेहनत कर सफलता पाने की आवश्यकता बताएं
समारोह में बार कौंसिल ऑफ राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष राव रतन सिंह ने कहा कि उदयपुर को वर्चुअल हाई कोर्ट बैंक सबसे पहले मिलनी चाहिए और उनका दावा 42 साल पुराना सबसे पुराना दावा है इसके अलावा उन्होंने अधिवक्ताओं के लिए पार्किंग और अन्य सुविधाएं भी महिया करने की मांग की। समारोह में जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंचल मिश्रा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए चैंबर निर्माण में अधिवक्ताओं के कार्य प्रणाली में सुधार आने में और उनके द्वारा दिए जा रहे सकारात्मक सहयोग के बारे में आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि उदयपुर की बार में प्रतिदिन सीखने को मिलता है।
इससे पूर्व समारोह में अध्यक्ष राकेश मोगरा ने सभी अतिथियों का पार्क पहन कर स्वागत किया और स्वागत भाषण में उन्होंने उदयपुर में स्वपोषित योजना के तहत अधिवक्ताओं द्वारा अधिवक्ताओं के लिए बनाए जा रहे चैंबर्स की रुपरेखा बताइए और राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा शीघ्र इस मांग को पूरा कर दी गई स्वीकृति के लिए आभार जताया। समारोह में महासचिव शिवकुमार उपाध्याय ने सभी अतिथियों का उदयपुर पढ़ने पर और बार को सहयोग करने पर आभार जताया। समारोह का संचालन एडवोकेट बृजेंद्र सेट ने किया और धन्यवाद की रस्मों उपाध्यक्ष युगल किशोर दशोरा ने अदा की।
बैंड के साथ आए मुख्य न्यायाधिपति
समारोह में शिरकत करने पधारे राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति जॉर्ज मसीह बैंड बाजे के साथ अधिकारियों की उपस्थिति में भूमि पूजन स्थल पर पहुंचे और शिला पट्टिका का अनावरण कर बैंड के साथ ही समारोह स्थल तक पहुंचे। समारोह में बार एसोसिएशन कार्यकारिणी के पदाधिकारी ने सभी अतिथियों को पगड़ी पहनकर उपरणा ओढ़ा कर स्वागत अभिनंदन किया। समारोह में सहयोग करने वाले एडवोकेट पंडित निर्मल पंडित का भी उपरणा ओढ़ा कर स्वागत किया गया।
समारोह में जिला एवं सत्र न्यायालय में पदस्थापित व जिले भर में पद स्थापित काम करने वाले सभी अपर जिला एवं सत्र न्यायालय पारिवारिक न्यायाधीश और न्यायिक कर्मचारी करण के साथ वरिष्ठ अधिवक्ता हर्ष मेहता, रमेश नंदवाना, शंभू सिंह राठौड़, प्रफुल्ल करणपुरिया, मोहम्मद शरीफ छिपा, पूर्व अध्यक्ष प्रवीण खंडेलवाल, महेंद्र नागदा, मनीष शर्मा, हरीश पालीवाल, बसंती लाल लोढा सहित सैकड़ो महिला पुरुष के साथ न्यायिक अधिकारी गण व कर्मचारी गण भी उपस्थित रहे।