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18 से अधिक उम्र वाले 24 अप्रैल से कर सकेंंगे वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन

1 मई से देश भर में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा

 
राजस्थान के मुख्यमंत्री का कहना है कि 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को भी फ्री वैक्सीन लगाने की घोषणा करनी चाहिए, केन्द्र सरकार को वैक्सीन की कीमत का भार युवाओं पर ना डालकर तेजी से निशुल्क वैक्सीनेशन करना चाहिए 

1 मई से शुरु हो रहे टीकाकरण अभियान का 3 चरण शुरु होने वाला है। भारत में जिस तरह से कोरोना महामारी के मामलों में बढ़ोतरी हो रही इसको देखते हुए केंद्र सरकार के फैसले के बाद 1 मई से देश भर में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। वहीं सरकार की ओर से घोषणा की है कि वह 24 अप्रैल से 18 से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया शुरु कर रही है। सभी एलिजिबल लोग कोविन पोर्टल, cowin.gov.in पर वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते है।

यानी cowin प्लेटफॉर्म पर अगले 48 घंटों में लेटेस्ट दौर के इनोकुलेशन के लिए रजीस्ट्रेशन खुल जाएगा। आपको बता दे कि कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री मोदी की एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में देश में सभी 18 से अधिक आयु के लोगों को टीकाकरण करने का निर्णय लिया गया था। इसके साथ ही यह बैठक में यह भी कहा गया था कि राज्य सीधे मैन्यूफैक्चरर से सीधे कोविड वैक्सीन की खुराक खरीद सकती है। वहीं 18 से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण करने के लिए कई राज्यों ने अपने यहां मुफ्त टीका लगाने की घोषणा की है। छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश ने निशुल्क टीकाकरण का ऐलान किया है।

वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि केन्द्र सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के वैक्सीनेशन का फैसला किया है, जिसका हम स्वागत करते हैं। केन्द्र सरकार को 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को भी फ्री वैक्सीन लगाने की घोषणा करनी चाहिए। फ्री वैक्सीन ना मिलने पर युवाओं का केंद्र सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ेगागहलोत ने आगे लिखा- राज्यों में सभी आयुवर्ग के लोगों को एक ही मशीनरी (मेडिकल स्टाफ) वैक्सीन लगाएगी। यह उचित नहीं होगा कि युवाओं से पैसे लिए जाएं और बाकी को निशुल्क वैक्सीन लगाई जाए।

केन्द्र सरकार को 60 वर्ष, 45 वर्ष और अब 18 वर्ष अधिक आयुवर्ग के वैक्सीनेशन के लिए एक ही नीति अपनानी चाहिए। यह घातक कोरोना वायरस अब तेजी से फैल रहा है, संक्रमितों की मृत्यु दर भी अधिक है। ऐसे में केन्द्र सरकार को वैक्सीन की कीमत का भार युवाओं पर ना डालकर तेजी से निशुल्क वैक्सीनेशन करना चाहिए।