आयड नदी के पेटे में कचरे के ढेर, उदयसागर को करेंगे प्रदूषित
स्मार्ट सिटी टैग के बावजूद उदयपुर में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है
जिसे झीलों का शहर भी कहा जाता है, भारत में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। हालाँकि यह नागरिक मुद्दों का एक बड़ा हिस्सा है जो राज्य में विधानसभा चुनावों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। हालाँकि शहर को 'स्मार्ट सिटी' टैग दिया गया है, लेकिन इसमें अभी भी कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है।
नदी की हालत अब किसी नाले से अलग नहीं है
'आयड' नाम की एक नदी है जो शहर से होकर बहती थी लेकिन इस नदी की हालत अब किसी नाले से अलग नहीं है। आयड नदी में कई जगहों पर कचरे के ढेर है। आशोक नगर शमशान के अंतिम छोर पर नदी पेटे में भारी तादात में कचरे का ढेर लगा हुआ है। इसे समय रहते नही निकाला गया तो नदी में बहाव के साथ गंदगी आगे बढ़कर उदयसागर झील में पहुँच जाएगी।
यह दुर्गंध का कारण भी बनी हुई है
झील विकास प्राधिकरण के पूर्व सदस्य तेजशंकर पालीवाल ने बताया की नदी पेटे में कचरे के बड़े-बड़े बोरे भरे पड़े है। आसपास के क्षेत्र में यह दुर्गंध का कारण भी बनी हुई है। समय रहते यदि सड़ी-गली सामग्री को बाहर नही निकाला गया तो यह पानी के साथ उदयसागर में पहुँच जाएगी। पहले से प्रदूषण का दंश झेल रहे उदयसागर को और अधिक प्रदूषित करने का काम करेगी।