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ग्रामीणों का ऐलान-आरयूबी बनाने तक खुली रहेगी फाटक

प्रशासन रेलवे /हाइवे से करेगा समाधान के लिए संयुक्त वार्ता 

 

उदयपुर। देबारी झरनों की सराय रेलवे फाटक संख्या 72 को बंद करने के चलते उपजे आंदोलन के तीसरे दिन अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रभा गौतम मौके पर पहुंची उनके साथ तहसीलदार गिर्वा, भू निरीक्षक, पटवारी भी मौजूद रहे। 

अतिरिक्त जिला कलेक्टर के सामने देबारी उपसरपंच चंदन सिंह देवड़ा, जिंक उपसरपंच दुले सिंह देवड़ा ने ग्रामीणों की समस्या रखी और साफ शब्दों में कहा कि समपार फाटक किसी भी सूरत में बंद नहीं होगी प्रशासन इसे बंद करना चाहता है तो पहले जनता को आवागमन के लिए आरयूबी बना कर देवें। 

क्योंकि रेलवे लाइन बिछाने से पहले से यह रास्ता कायम था बाद में रेल लाइन पड़ी तो यहां पर फाठक लगाई गई और अब जब इसके ऊपर से देबारी काया बाईपास का ओवर ब्रिज बन गया है तो इस फाटक को बंद करने के आदेश जारी किए गए जिन्हें प्रशासन तत्काल प्रभाव से वापस ले क्योंकि इससे 8 से 10 हज़ार लोग प्रभावित हो रहे हैं।किसी भी सूरत में इस रास्ते को बंद नहीं किया जाना चाहिए।  

इस पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने समपार फाटक के पास स्कूल श्मशान और वैकल्पिक रास्तों को देखा तो वे खुद चौक गई कि आम जनता को ढाई से 3 किलोमीटर चक्कर लगाकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ेगा जो संभव नहीं है ऐसे में उन्होंने जनप्रतिनिधियों और मौके पर मौजूद सैकड़ों लोगों को आश्वासन दिया कि वह रेलवे और हाईवे अधिकारियों से वार्ता कर इस समस्या का समाधान निकालेंगे। 

अतिरिक्त जिला कलेक्टर के सामने भी ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की इस मौके पर बड़ी तादाद में स्कूली बच्चे, महिलाएं युवा और ग्रामीण उपस्थित रहे।  इस अवसर पर खेमराज गायरी, वार्ड पंच रामलाल, भंवरलाल, राजू गायरी, सोहन सिंह, राहुल वैष्णव, कैलाश टेलर, प्रकाश वैष्णव, मोहनलाल, लालू राम कना, गणपतसिंह समेत कई लोग मौजूद थे।
 

यह गांव हो रहें प्रभावित 

झरनों की सराय, गायरियो की बस्ती,डूंगरी फला, कुबावड़ी, वागरिया बस्ती, धुनिमाता, खोकराफला, कुंडीवाड़ा, रामदेवजी का वाडा,महावीर रेजिडेंसी, श्री राम नगर, संत कबीर नगर, विनायक नगर, जिंक कॉम्प्लेक्स, श्रीनाथ कॉम्प्लेक्स, वैशाली नगर, न्यू केशव नगर समेत नव विकसित कालोनियां प्रभावित होगी।

तमाम जनसुविधाएं फाटक पार 

समपार फाटक के पार प्राथमिक और बालिका सीनियर स्कूल, आंगनवाडी,शमशान, पोलिंग बूथ स्थित हे। ऐसे में यह मार्ग बंद करने से  8 से 10 हजार लोगों को परेशानी होगी।

इस मामले में कलक्टर, अजमेर रेल मंडल प्रबंधक के नाम ज्ञापन दिया जा चूका हे। ग्रामीण रोजाना फाटक पर 2 घंटे  प्रदर्शन कर रहे हैं।