गीतांजली हॉस्पिटल के विशेषज्ञों ने आँखों को दी नई दृष्टि
अत्याधुनिक चिकित्सा की मिसाल
उदयपुर 8 फ़रवरी 2025। गीतांजली हॉस्पिटल के नेत्र रोग विभाग की विट्रियो-रेटिना यूनिट की डॉक्टरों की टीम ने 10 वर्षीय रोगी की आंखों की रोशनी बचाकर चिकित्सा जगत में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की।
नेत्र एवं पर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ. रिनी सुखवाल और हर्मोन एवं डायीबीटीज़ रोग विशेषज्ञ डॉ. राहुल साहलोत के नेतृत्व में डॉ. गीतिका, डॉ. रेनू, डॉ. ऋषभ, डॉ. प्रांजल और डॉ. कल्पेश की टीम ने इस जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। रोगी टाइप-1 डायबिटीज मेलिटस से पीड़ित थी, उसका ब्लड शुगर 650 mg/dl तक पहुंच चुका था और HBA1c स्तर 15% हो गया था, जिससे उसकी दाहिनी आंख की रोशनी पूरी तरह समाप्त हो गई थी। गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे तुरंत गीतांजली हॉस्पिटल में भर्ती कर 5 दिनों तक गहन चिकित्सा के जरिए ब्लड शुगर नियंत्रित किया गया।
जब स्थिति स्थिर हुई, तब उसकी जटिल विट्रियो रेटिना सर्जरी और आईओएल (इंट्रा ऑक्युलर लेंस) प्रत्यारोपण विट्रियो-रेटिना सर्ज़न डॉ रिनी सुखवाल द्वारा किया गया। गीतांजलि मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में हुई इस सफल सर्जरी के बाद अगले ही दिन रोगी की दृष्टि 6/9 तक पहुंच गई। यह उपलब्धि न केवल डॉक्टरों की कुशलता और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि गीतांजली हॉस्पिटल में अत्याधुनिक चिकित्सा पद्धतियों से गंभीर बीमारियों का प्रभावी उपचार संभव है। इस सफलता ने न केवल रोगी और उसके परिवार की खुशियां लौटाईं, बल्कि यह भी प्रेरणा दी कि सही समय पर उचित इलाज से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि गीतांजली हॉस्पिटल का नेत्र रोग विभाग सभी अत्याधुनिक सुविधाओं और डॉक्टर्स व स्टाफ के साथ मरीजों के इलाज हेतु सदैव तत्पर है। गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, उदयपुर पिछले सतत् 17 वर्षों से एक ही छत के नीचे सभी विश्वस्तरीय सेवाएँ दे रहा है।