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उम्र में बंदिश और खर्चा बढ़ने से परेशान हज यात्री

आवेदकों नहीं आ रहा रास              

 

सैंकड क्लास वाली अजीजिया कैटेगिरी में होगा हज

सऊदी अरब के मक्का शहर में काबा को इस्लाम में सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। इस्लाम के पांच फर्ज है।पांच फर्ज में हज भी शामिल होता है। सभी मुस्लमानों की ख्वाहिश होती है कि वो हज के मुक्द्दस सफर पर जरुर जाए। कोरोना महामारी के कारण साल 2020 की हज यात्रा निरस्त करने के बाद अब सऊदी सरकार ने 2021 के लिए नई गाईडलाइन जारी की है। कोरोना महमारी के कारण हज यात्रियों पर उम्र पर लगी पाबंदी के साथ जेब खर्च भी हज यात्रियों की मुश्किले बड़ा रही है।

जिला हज संयोजक जहीरउद्दीन सक्का ने बताया कि केंद्रीय हज कमेटी के नये परिपत्र के मुताबिक अब हर हज यात्री पर अनुमानित खर्च 3.75 लाख रुपए होगा। जहां पहले हज यात्रियों को ग्रीन कैटेगिरी उपलब्ध कराई जाती थी वही अब सैंकड क्लास वाली अजीजिया कैटेगिरी में ही हज कराया जाएगा।

अभी तक उदयपुर से हज के लिए 55 आवेदन आ चुके जहां पहले 600 आवेदन आते थे।और कहा कि इस बार उम्र में बंदिश और खर्चा बढ़ने से आवेदन कम आ रहे है। वहीं पिछले साल तक राजस्थान से हज यात्रा पर जाने का खर्च 2 लाख से ज्यादा होता था। लेकिन इस बार की हज यात्रा पर ज्यादा खर्च करना होगा।

आपको बता दे कि राजस्थान से हर साल 5 से 6 हजार लोग हज पर जाते है। कोरोना महामारी के कारण 2021 में 18 से 65 साल की उम्र वाले ही हज पर जा सकेगें। वहीं 70 से पार के आवेदकों को कुर्रा में शामिल नहीं किया जाता था।

ऐसे आवेदकों को आरक्षित श्रेणी में रखा जाता था। ऐसे में सभी आवेदकों को हज का मुकद्दस सफर करने का मौका मिलता था। साथ ही उनके साथ एक मददगार हज यात्रा पर जाता थे। इसलिए 70 पार के आवेदको की संख्या अधिक होती थी। 

18 साल से कम उम्र पर लगी पाबंदी की वजह से महिलाएं छोटे बच्चों के साथ हज यात्रा पर नही जा सकेगी। वहीं हज यात्रियों को रवानगी से तीन दिन पहले कोरोना टेस्ट कराना होगा पॉजिटीव आने पर आवेदकों की हज यात्रा रद्द कर दी जाएगी। और सऊदी अरब में भी हज यात्रियों को पहले खुद को क्वारेटाइंन करना होगा। गर्भवती महिलाओं लीवरकिडनी कैसर और ह्दय रोगियों को हज यात्रा पर जाने की अनुमति नही दी जाएगी।