वर्ष 2040 तक भारत की चन्द्रमा पर Human landing की योजना-प्रो. अनिल भारद्वाज
उदयपुर 13 अगस्त 2024। शहर के बड़ी रोड स्थित सौर वैधशाला में भौतिक अनुसन्धान प्रयोगशाला अंतरिक्ष विभाग अहमदाबाद के निदेशक प्रो. अनिल भारद्वाज ने अहमदाबाद से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कल 12 अगस्त 2024 को बातचीत में बताया की आगामी वर्षो 2029-2030 में चंद्रयान-4 मिशन के तहत चन्द्रमा की सतह पर पहुंचकर विभिन्न खनिज के नमूने एकत्र कर Moon Orbit से Earth orbit में लिफ्ट कर से पृथ्वी पर लाएगा। इन नमूनों को यहाँ लेब में जांच कर चन्द्रमा पर पानी और ऑक्सीजन की उपलब्धता और मानव जीवन की सम्भावना का पता लगाने में सफल रहेंगे।
भौतिक अनुसन्धान प्रयोगशाला अंतरिक्ष विभाग अहमदाबाद के निदेशक डॉ अनिल भारद्वाज ने बताया कि चन्द्रमा के साउथ पोल में पानी मौजूद लेकिन आइस फॉर्म में मौजूद है। उन्होंने बताया कि भारत 2040 तक चन्द्रमा पर मानव लैंडिंग की योजना बना रहा है। भारत एकमात्र एक ऐसा देश है जिसने चन्द्रमा के साउथ पोल पर सफल लेंडिंग की है।
भौतिक अनुसन्धान प्रयोगशाला अंतरिक्ष विभाग अहमदाबाद के निदेशक प्रो. अनिल भारद्वाज ने अहमदाबाद से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से बातचीत की, जिसमें उन्होंने चंद्रयान 3 मिशन के महत्व पर विस्तार से चर्चा की और आगामी भारतीय चंद्र मिशनों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पीआरएल ने प्रज्ञान रोवर पर एपीएक्सएस उपकरण विकसित किया है, जिससे शिव शक्ति बिंदु के आसपास चंद्रमा पर मौजूद विभिन्न तात्विक संरचनाओं को समझने में मदद मिली है, और विक्रम लैंडर पर चास्ते उपकरण, जो चंद्रमा के अंदर के तापमान की जानकारी देता है। चन्द्रमा की सतह पर तापमान और चन्द्रमा के सतह के अंदर (लगभग 10 cm नीचे) तापमान में 40 से 50 डिग्री का अंतर् रहता है। वहीँ पर चन्द्रमा के साउथ पोल पर Alpha particle के रूप में मिनरल्स भी मौजूद है।