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जगदीश मंदिर-एक माह बीत गया लेकिन समस्या वहीँ खड़ी है

मरम्मत की ज़िम्मेदारी INTACH को दी गई थी, लेकिन अभी काम शुरू ही नहीं हुआ

 

उदयपुर 28 जनवरी 2022 । उदयपुर के घंटाघर से सिटी पैलेस रोड के बीच अत्यंत महत्वपूर्ण द्वाराकाधीश मंदिर जिन्हें “जगदीश मंदिर” के नाम से जाना जाता हैं। यह मंदिर उदयपुर और मेवाड़ के धरोहर की पहचान हैं। लेकिन कुछ समय इस मंदिर की दुर्दशा बहुत खराब हुई हैं। मंदिर की मरम्त को लेकर उदयपुर टाइम्स की टीम ने देवस्थान से विभाग को आगाह भी किया था लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। 

सहायक आयुक्त प्रिंयका भट् ने आश्वसान देते हुए कहा था कि जनवरी के पहले सप्ताह में ही मंदिर की मरम्मत का काम शुरु कर दिया जाएगा। देवस्थान विभाग ने इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) को ज़िम्मेदारी भी दे दी थी लेकिन अभी तक मंदिर में किसी भी तरह की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हो पाया है । मंदिर की मरम्मत तो दूर अभी तक पीपल के खूंटे तक नहीं हटाए गए हैं। 

देवस्थान विभाग की सहायक आयुक्त प्रियंका भट्ट का कहना है कि इस काम को सही तरीके से करने के लिए विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हैं अतः पुरातत्व विभाग एवं इंटेक को इस बात की जानकारी दी हैं। जिस पर इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) ने ज़िम्मेदारी लेकर इस काम को अंजाम देने की पहल की थी। इंटेक को जनवरी के अंत तक कार्य शुरू करने का समय भी दिया गया लेकिन अभी तक इसका कोई हल नहीं नज़र आ रहा हैं। 

जब उदयपुर टाइम्स ने INTACH के संयोजक ललित पांडेय से सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया की इस कार्य में काफी तकनीकी समस्या है इसलिए उन्हें कार्य शुरू करने और वक्त लगेगा। देवस्थान विभाग ने जनवरी के अंत तक समय दिया था हालाँकि जनवरी अब बीतने की कगार पर है। ऐसे में संभव है देवस्थान विभाग अब पुरातत्व विभाग से आस लगाए।    

बता दे कि इस मंदिर को लेकर 21 दिसम्बर को मेवाड़ के राजपरिवार के वंशज महाराणा महेंद्र सिंह के पुत्र महाराज कुमार विश्वराज सिंह ने देवस्थान विभाग के अधिकारियों समेत राजस्थान सरकार के देवस्थान मंत्रालय को पत्र लिखकर भी आगाह किया था। लेकिन अभी तक मंदिर की मरम्मत के लिए देवस्थान किसी भी तरह का निर्णय नहीं ले सका हैं।