जैनम ज्वेलर्स लूट और हत्याकांड का आरोपी आशीष 10 दिन बाद भी पुलिस गिरफ्त से दूर
उदयपुर, 01.04,24 - अशोक नगर में जैनम ज्वेलर्स पर लाखों रुपयों के सोने व् चांदी के जेवर लूटने वाले और दुकान के मालिक अनिल जैन की हत्या करने वाले 3 आरोपियों में से एक आशीष चौधरी घटना के 10 दिन पुरे होने के बाद भी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है। गौरतलब है की इस से पहले पुलिस इन घटना में शामिल 3 से 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीँ आरोपी आशीष की गिरफ़्तारी अभी शेष है और पुलिस की टीमें उसकी तलाश में है।
शहर के अशोक नगर इलाके में हुई हुई थी घटना
घटना 21 मार्च 2024 को दिन में 2 बजे के करीब हुई थी जब हरियाणा के रोहतक से आये 3 बदमाशों ने अशोक नगर स्थित जैनम ज्वेलर्स को निशाना बनाते हुए लूट को अंजाम दिया और इसका विरोध करने पर दूकान के मालिक अनिल जैन का मुँह दबा दिया दिया जिस से वह बेहोश हो गए और हॉस्पिटल ले जाने पर डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
तीन में से एक आरोपी विकास उस समय पकड़ा गया जब लूट की घटना को अंजाम देकर वह छीपा कॉलोनी आयड़ की तरफ भागे और वहां साजिद नामक व्यक्ति से उसकी एक्टिवा छीनने के प्रयास के चलते उस पर फायर किए और इसी दौरान साजिद की हिम्मत की वजह से उनमे से एक आरोपी विकास को क्षेत्रवासियों ने धर दबोचा और पुलिस के हवाले कर दिया तो वही दो अन्य आरोपी फरार हो गए।
पुलिस लगातार उन दोनों फरार आरोपियों की तलाश में थी और इसी के चलते उदयपुर पुलिस ने एक और आरोपी संदीप चौधरी को रोहतक हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया और उदयपुर ले आई। जहाँ गिरफ्तार किये गए आरोपी विकास ने पुलिस पूछताछ में बताया की तीनो आरोपियों को ऑनलाइन गेमिंग की लत थी, और इसी के चलते तीनो पर लाखों रुपयों का कर्ज था, जिसकी भरपाई करने के लिए उन्होंने लूट की प्लैनिंग की थी। विकास ने ये भी बताया की वह CISF का जवान ही और मुंबई में तैनात है।
आशीष यूपी से लाया था पिस्टल और कारतूस
दूसरे आरोपी संदीप की गिफ्तारी के बाद ये बात सामने आई है की घटना में इस्तेमाल की गई पिस्टल आशीष यूपी से खरीद कर लाया था। हालाँकि थानाधिकारी भूपालपुरा मुकेश सोनी है की इस मामले में अभी और कोई बड़ा खुलासा नहीं हो पाया है ,और आरोपी संदीप से इस मामले में पूछताछ जारी है तो वहीं आरोपी विकास चौधरी की प्रोडक्शन वारंट अवधि समाप्त हो चुकी ही है। अभी घटना में इस्तेमाल की गई अवैध पिस्टल की बरामदगी होना भी बाकि है, साथ ही पुलिस की विभिन्न टीम अभी भी तीसरे आरोपी आशीष की तलाशी पर रहे है।
ये बात भी सामने आई है की घटना में इस्तेमाल की गई पिस्टल लेने के लिए आशीष अकेला ही यूपी गया, वहां से लौटने के बाद संदीप और आशीष दोनों प्राइवेट बस में बैठ कर उदयपुर आए, प्राइवेट बस में आने से किसी ने उन पर न तो शक किया और ना ही किसी ने उनकी तलाशी ली।