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उदयपुर के लाखों विद्यार्थियों ने तंबाकू निषेध की शपथ ली

60 दिवसीय तंबाकू फ्री यूथ कैंपेन

 

उदयपुर। तंबाकू सेवन के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से उदयपुर जिले में एक बड़ा अभियान चलाया गया, जिसमें जिले के तीन हजार से अधिक विद्यालयों के लाखों विद्यार्थियों ने तंबाकू सेवन से बचने की शपथ ली। यह आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शंकर एच बामनिया और जिला शिक्षा अधिकारी श्री महेंद्र जैन के समन्वय में हुआ।

इस अभियान के तहत जिले के सभी स्कूलों में गुरुवार को प्रार्थना सभा के दौरान विद्यार्थियों को तंबाकू मुक्त जीवन की शपथ दिलाई गई। इस पहल में छात्रों के साथ-साथ शिक्षक और विद्यालय स्टाफ को भी तंबाकू का सेवन न करने की शपथ दिलाई गई। डॉ. बामनिया ने बताया कि यह शपथ लेने का उद्देश्य तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों और नुकसान के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करना है।

जिले में तंबाकू मुक्त युवा अभियान के तहत 60 दिवसीय अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत सभी स्कूलों, चिकित्सा संस्थानों, पंचायत समितियों और सरकारी दफ्तरों में समय-समय पर तंबाकू निषेध संबंधित शपथ दिलाई जा रही है। डॉ. बामनिया ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य विद्यार्थियों को तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करना और तंबाकू मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है।
 

उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अंकित जैन ने बताया कि विद्यालयों में तंबाकू निषेध के लिए कई प्रकार की नवाचारपूर्ण गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं, जिनमें रैलियाँ, पोस्टर बनाना, चित्रकला प्रतियोगिताएँ, वाद-विवाद और रोल प्ले जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को तंबाकू से होने वाली समस्याओं और इसके दुष्प्रभावों के बारे में बताया जा रहा है। कुछ विद्यालयों में प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है, जिसमें तंबाकू के नुकसान को प्रदर्शित किया जा रहा है।

जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डॉ. प्रणव भावसार ने बताया कि सभी विद्यालयों को तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान घोषित करने के लिए निर्धारित 9 मापदंडों के आधार पर मूल्यांकन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत तंबाकू सेवन के दुरुपयोग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए शिक्षा विभाग ने हर शनिवार को "नो बेग डे" आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसमें तंबाकू निषेध की जानकारी छात्रों को दी जाएगी। 

इस अभियान का प्रभाव जिले के छोटे-छोटे गांवों और ढाणियों तक पहुंच चुका है, जिससे तंबाकू मुक्त जीवन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। लाखों विद्यार्थियों द्वारा एक साथ तंबाकू निषेध की शपथ ली गई, जिससे यह संदेश गांव-गांव और नगर-नगर फैल रहा है कि तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है और इससे बचने के लिए जागरूकता जरूरी है।

इस प्रकार, उदयपुर जिले में तंबाकू निषेध अभियान ने एक सकारात्मक दिशा में कदम बढ़ाया है, जो भविष्य में तंबाकू के सेवन को कम करने और स्वस्थ जीवन की दिशा में योगदान देगा।