गोगुन्दा के उंडीथल गांव में लेपर्ड ने लड़की को मार डाला
पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच करते हुए शव को गोगुंदा हॉस्पिटल मोर्चरी में रखवाया
उदयपुर 19 सितंबर 2024। ज़िले के गोगुंदा थाना क्षेत्र के उंडीथल गांव में एक 16 साल की नाबालिग लड़की को लेपर्ड ने मार डाला। लड़की का बायां हाथ लेपर्ड खा गया। वहीं, चेहरे और पीठ पर भी गहरे घाव के निशान हैं। गुरुवार सुबह जब परिजन और ग्रामीण लड़की को तलाशते हुए जंगल पहुंचे तो झाड़ियों के बीच मृतक का शव पड़ा हुआ मिला। खून से लथपथ शव को देखकर हर कोई हैरान रह गया। परिजनों ने तुरंत गोगुंदा थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच करते हुए शव को गोगुंदा हॉस्पिटल मोर्चरी में रखवाया।
मृतक और उसका परिवार गोगुंदा के उंडीथल गांव के अमला का पानी फले में रहता है। पिता अंबा लाल कपाया खेती व मजदूरी करते हैं। मृतका अंबा लाल की सबसे छोटी बेटी थी। उससे दो बड़ी बेटियां और दो भाई है। इनमें दो बहनों की शादी हो चुकी है। वहीं, घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
एक दिन पूर्व बकरी चराने गई थी, रात तक नहीं लौटी
गोगुंदा थानाधिकारी शैतानसिंह नाथावत ने बताया कि एक दिन पहले बुधवार सुबह 16 वर्षीय कमला पुत्री अंबालाल कपाया गांव के जंगल में बकरियां चराने गई थी। देर रात तक वह वापस घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता होने लगी। उन्होंने ग्रामीणों की मदद से देर रात तक बच्ची को तलाशने की कोशिश की लेकिन कोई पता नहीं लग पाया। वापस सुबह परिजन और ग्रामीण जंगल की तरफ तलाश करने पहुंचे तो लड़की का शव लहुलूहान शव झाड़ियों में पड़ा हुआ मिला।
शव मिलने के बाद ही परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। इधर, ग्रामीणों ने घटना के बाद क्षेत्र में पिंजरा लगाकर लेपर्ड को पकड़ने की मांग की है। वहीं, वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है और मामले को लेकर जांच में जुटी है।
11 दिन पहले झाड़ोल में भी लेपर्ड ने महिला को मारा डाला था
11 दिन पहले 8 सितंबर 2024 को झाड़ोल के कीरट वनखंड में लेपर्ड ने एक महिला पर हमला कर उसे मारा दिया था। महिला रामली बाई पत्नी हरजीलाल अहारी निवासी मगवास जंगल में लकड़ी काटने गई थी। जहां झाड़ियों में छिपे लेपर्ड ने उसे अपना शिकार बना लिया। सूचना पर वन विभाग और झाड़ोल थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी। महिला को जंगल में तलाशने की कोशिश की तो एक जगह झाड़ियों में महिला का शव पड़ा हुआ मिला। जिसमें धड़ और सिर अलग-अलग करीब 12 फीट दूरी पर पड़े हुए मिले थे।