उदयपुर के रह्यूमेटोलॉजिस्ट डॉ. मोहित गोयल को राष्ट्रीय स्तर पर विज़िटिंग प्रोफेसर सम्मान
इनके 32 शोध पत्र अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित किये गए हैं
उदयपुर के रह्यूमेटोलॉजिस्ट (गठिया व इम्यून रोग विशेषज्ञ) डॉ. मोहित गोयल को भारतीय फिज़ीशियन्स संघ (ए. पी. आई.) के राष्ट्रीय स्तर के डॉ शूरवीर सिंह ट्रस्ट विज़िटिंग प्रोफेसरशिप सम्मान 2023 के लिए चयनित किया गया। इस सम्मान के लिए प्रति वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर मेडिसिन व सम्बद्ध स्पेशिलिटीज़ से एक चिकित्सक का चयन किया जाता है।
उदयपुर के किसी भी चिकित्सक के लिए इस सम्मान का विशेष महत्व है क्योंकि भारतीय फीज़ीशियन्स संघ ने इस सम्मान का नामआरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. शूरवीर सिंह की स्मृति में रखा है। डॉ. गोयल ने दिल्ली से रह्यूमेटोलॉजी शिक्षा प्राप्त करने से पूर्व एमबीबीएस व एमडी की पढ़ाई यहीं आरएनटी मेडिकल कॉलेज, उदयपुर से की है। विज़िटिंग प्रोफेसरशिप सम्मान के अंतर्गत डॉ. गोयल ने 25 से 27 अगस्त तक कर्नाटक के सुप्रसिद्ध कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल में शिक्षण कार्य किया एवं वहाँ के छात्रों, शिक्षकों एवं क्षेत्र के अन्य चिकित्सकों के लिए स्टेरॉयड के दुष्प्रभावों से बचने की रणनीतियों पर व्याख्यान दिया।
मणिपाल यूनिवर्सिटी एवं ए. पी. आई. के पदाधिकारियों द्वारा डॉ. गोयल का कर्नाटक के परम्परागत पेटा, शॉल, माला पहना व फल और श्रीकृष्ण की प्रतिमा भेंट कर सम्मान किया गया। इनके व्याख्यान को सराहा गया एवं चिकित्सकों ने स्टैंडिंग ओवेशन दिया। भारतीय फीज़ीशियन्स संघ ने यह सम्मान डॉ. गोयल को उनके क्लीनिकल व शिक्षण कार्यों एवं चिकित्सा क्षेत्र में आये नए आयामों में उनके शोध कार्यों के योगदान के लिए दिया है।
नई दिल्ली से रह्यूमेटोलॉजी प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद डॉ. गोयल 2017 से उदयपुर में गठिया एवं इम्यून रोग विशेषज्ञ के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। इनके 32 शोध पत्र अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित किये गए हैं व इन्होंने विभिन्न रह्यूमेटोलॉजी पुस्तकों में 20 चैप्टर्स लिखे हैं। डॉ. गोयल ने आर्थरिटिस पर तीन पुस्तकों एवं इंडियन जर्नल ऑफ़ रह्यूमेटोलॉजी के दो विशेषांकों का सम्पादन किया है। वे इंडियन जर्नल ऑफ़ रह्यूमेटोलॉजी एवं रह्यूमेटोलॉजी एडवांसेज इन प्रक्टिस (ऑक्सफ़ोर्ड प्रकाशन) जर्नल्स के एडिटर भी है। उदयपुर के चिकित्सक को यह सम्मान मिलने से शहर एवं यहाँ के चिकित्सा क्षेत्र की ख्याति बढ़ी है।