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डिस्कॉम अफसरों की लापरवाही, नहीं थम रहे हादसे

अब हादसा होने पर फीडर इंचार्ज, कनिष्ठ अभियंता, सहायक अभियंता, अधिशाषी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई होगी
 

बिजली लाइनों से हादसों पर अंकुश नहीं लग पा रहा। इसमें अफसर लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसे में अब हादसा होने पर फीडर इंचार्ज, कनिष्ठ अभियंता, सहायक अभियंता, अधिशाषी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई होगी। इस सम्बन्ध में डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक एन.एस. निर्वाण ने आदेश जारी कर दिए है।

अजमेर डिस्कॉम के एमडी की ओर से अजमेर, नागौर, चित्तौड़गढ़, सीकर, उदयपुर, झुंझुनूं, भीलवाड़ा, राजसमंद , बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिले के अधीक्षण अभियंताओं को जारी आदेश में बताया कि अजमेर डिस्कॉम द्वारा समय-समय पर बिजली हादसों से जनहानि को रोकने के लिए हाई रिस्क प्वाइंट को चिन्हित कर उन्हें दुरुस्त कराने का अभियान चलाया जाता है। जिसके अन्तर्गत बिजली मानक के अनुसार बिजली उपकरणों एवं बिजली लाईनों की सुरक्षित दूरी बनाए रखने के लिए विभिन्न कार्य जैसे ढीले तारों को सही करना, रोड क्रासिंग पर गार्डिंग लगाया जाना, जमीन पर रखे हुए ट्रांसफार्मरों को उचित ऊंचाई पर स्थापित किए जाने आदि का कार्य किया जाता है।

आदेश में बताया कि कि यह देखा गया है कि अभियान की समाप्ति के पश्चात भी बिजली लाईनों से दुर्घटनाऐं घटित होना सामने आता है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उक्त कार्य को गंभीरतापूर्वक नहीं किया गया या नवीन लाईन कार्यों के संपादन में लापरवाही बरती जाती है। दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सभी खण्ड एवं उपखण्ड अधिकारी डिस्कॉम क्षेत्र में लम्बित हाई रिस्क पॉईन्ट्स को प्राथमिकता से दुरुस्त करें एवं प्रति सप्ताह होने वाली मंगलवार मीटिंग में इसकी प्रगति की समीक्षा आवश्यक रूप से करें।

आदेश में यह चेतावनी भी दी गई है कि भविष्य में स्थापित तंत्र से यदि कोई हादसा होता है तो संबंधित फीडर इंचार्ज, कनिष्ठ अभियन्ता, सहायक अभियन्ता एवं अधिशाषी अभियन्ता के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही चीफ सैफ्टी ऑफिसर व सम्भागीय मुख्य अभियंता को निर्देशित किया है कि कोई भी हाई रिस्क पॉईन्ट्स पहचान एवं दुरुस्तीकरण के लिए लम्बित ना रहें एवं उसका उच्च प्राथमिकता से निस्तारण हो।