नेहा सक्का "द फेनोमेनल शी" के खिताब से सम्मानित
भारत की टॉप 40 फेनोमेनल महिलाओं को सम्मानित किया
जस्टिस के .जी . बालाकृष्णन, पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ़ द सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया और पूर्व चेयरपर्सन ऑफ़ द नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन ऑफ़ इंडिया और डॉ. अंजू राठी राणा, आई एल एस, एडिशनल सेक्रेटरी, डिपार्टमेंट ऑफ़ लीगल अफेयर्स, मिनिस्ट्री ऑफ़ लॉ एंड जस्टिस, गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया, ने इंजीनियर नेहा सक्का को "द फेनोमेनल शी" के खिताब से सम्मानित किया।
यह सम्मान अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 30 मार्च 2024 को कॉन्स्टिट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में इंडियन नॅशनल बार एसोसिएशन दुवारा आयोजित कार्यक्रम में दिया गया।
इस अवसर पर "द फेनोमेनल शी - ऐैक्नोलेजिंग वुमेन" के छट्टे एडिशन को लांच किया गया जिसमे की भारत की टॉप 40 फेनोमेनल महिलाओं को सम्मानित किया गया है। इसमें देश भर से प्रमुख महिला लीडर्स जैसे की पद्मा श्री अवार्डीस, भारत रत्न और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम अवार्डीस, जजस ऑफ़ हाई कोर्ट्स, आईपीएस (आई जी, सीआरपीएफ) ऑफिसर्स, आईआरएस ऑफिसर्स, एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट्स, मेंबर्स ऑफ़ पार्लियामेंट, मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट फॉर हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर एंड ट्राइबल अफेयर्स, कैबिनेट मिनिस्टर (फ़ूड एंड कंस्यूमर प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट - गवर्नमेंट ऑफ़ बिहार), और अन्य महिला लीडर्स को शामिल किया गया।
इंजीनीयर नेहा सक्का जयपुर विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं, और उदयपुर जिले की मूल निवासी हैं। अपने पेशे के साथ ही वह पर्यावरण को क्लाइमेट चेंज से बचने के लिए निस्वार्थ भाव से जुटी हुई हैं। इसी भाव से उन्होंने "ट्रस्ट ईवी अवेयरनेस ओथ" नामक एक निःशुल्क प्रोग्राम शुरू किया हैं । जिसमे वह ग्रीन टेक्नोलॉजीज (व्हीकल टेक्नोलॉजी और सोलर टेक्नोलॉजी) की सहायता से प्रदुषण काम करने के प्रयास कर रही हैं।
एलेट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी को कई चुनोतियो क सामना करना पड़ रहा हे जैसे की युवाओं में टेक्निकल एजुकेशन और स्किल्स की कमी होना, आमजन में तकनिकी और सरकार की सुविधाओं की जागरूकता न होना, ग्रीन टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में विभिन्न स्टेकहोल्डर्स के बीच राष्ट्रीय और राज्य नीतियों के बारे में जागरूकता की कमी होना, आदि। वह अपने प्रोग्राम के अंतर्गत देश भर में ग्रीन टेक्नोलॉजीज के सामने पेश आ रही चुनौतियों का जागरूकता और स्किल डेवलपमेंट के ज़रिये समाधान कर रही है।
उन्होंने भारत के 4000 से अधिक युवाओं को ग्रीन टेक्नोलॉजीज में शिक्षित किया है एवं 75 लाख रुपये से अधिक की निःशुल्क शिक्षा प्रदान की है। उनके इन्ही प्रयासों की मान्यता में, उन्हें राष्ट्रीय युवा संसद 2022 में भारत सरकार के मिनिस्टर ऑफ़ हैवी इंडस्ट्रीज, श्री महेंद्र नाथ पांडे द्वारा नेशनल एक्सीलेंस एजुकेशन पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया इसी के साथ उनहोंने "वर्ल्ड'स प्रॉमिनेंट इ मोबिलिटी एडुकेटर एंड इन्फ्लुएंसर" का वर्ल्ड रिकॉर्ड इन्फ्लुएन्सर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया है।