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डूंगरपुर -13 सितंबर 2023 की प्रमुख खबरे

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डूंगरपुर-13 सितंबर 2023। मेवाड़ वागड़ के बांसवाड़ा संभाग के डूंगरपुर ज़िले से संबंधित प्रशासनिक, राजनैतिक, खेल, मनोरंजन, अपराध इत्यादि से जुडी खबरे  

News- अधिनियमों में परिवर्तनों से अनुसंधान अधिकारियों के साथ सभी हितधारकों को अपडेट रहना आवश्यक - जिला कलक्टर

जिला प्रशासन, जिला पुलिस एवं बाल अधिकारिता विभाग द्वारा युनिसेफ के सहयोग से लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम विषयक एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री के निर्देशन में पुलिस विभाग, बाल अधिकारिता विभाग द्वारा युनिसेफ के सहयोग से लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 एवं किशोर न्याय अधिनियम 2015 विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन रिजर्व पुलिस लाईन स्थित सभागार में किया गया। प्रशिक्षण में पुलिस अधीक्षक कुन्दन कंवरिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निरजंन चारण, सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग लोहित आमेटा, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष भावेष जैन एवं युनिसेफ की बाल संरक्षण सलाहकार सिन्धु बिनुजीत की उपस्थिति में जिले के सभी थानाधिकारियों, बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों, ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारियो, किशोर न्याय बोर्ड सदस्यों को प्रशिक्षक जिला एवं सत्र न्यायाधीश (कॉमर्शियल कोर्ट) उदयपुर महेन्द्र कुमार दवे द्वारा प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया। 

प्रशिक्षण कार्यशाला में जिला कलक्टर ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया वर्तमान समय में बालकों से संबंधित मामलों में प्रभावी कार्यवाही के लिए सक्रिय होने के साथ ही अधिनियमों में होने वाले परिवर्तनों से अपडेट रहने की आवश्यकता है। उन्होने लैंगिक अपराधों से पीडित बालकों के मामलों में तात्कालिक सुविधाएं उपलब्घ कराने से लेकर अनुसंधान प्रक्रियाओं तथा पुर्नवास के लिए सभी विभागों को संबंधित नियमों से अपडेट रहने तथा समन्वय में पुर्नवास के बेहतर प्रयासों के लिए कार्य करने के निर्देश दिए। 

पुलिस अधीक्षक कुदन कंवरिया ने अनुसंधान अधिकारियों के समक्ष अधिनियम से संबंधित अनुसंधान के दौरान अन्य विभागों के साथ समन्वय में आने वाली समस्याओं को प्रशिक्षक एवं प्रतिभागियों से साझा किया। उन्होने पुलिस अधिकारियों को कार्यशाला में प्रशिक्षकों द्वारा दी गई जानकारी थाना स्तर पर बालकों के मामलों में उपयोग करने तथा अधिनियम की अनुपालना में पुलिस के अतिरिक्त अन्य विभागों से समन्वय कर सहयोग प्राप्त करने के निर्देश दिए। 

यूनिसेफ की बाल संरक्षण सलाहकार सिन्धु बिनुजीत द्वारा बालकों के साथ कार्य करते समय मनोसामाजिक व्यवहार तथा बाल मित्र व्यवहार के संदर्भ में जाानकारी देते हुए बाल संरक्षण के लिए संचालित किए जा रहे कम्युनिटी पुलिसिंग टू बिल्ड अवेयरनेस एण्ड ट्रस्ट कार्यक्रम के बारे में बताया। 

कार्यशाला के आगामी सत्र में जिला एवं सत्र न्यायाधीश (कॉमर्शियल कोर्ट) उदयपुर महेन्द्र कुमार दवे द्वारा लैंगिक अपराधों से बालकोें का संरक्षण अधिनियम 2012 विषय पर प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया। प्रशिक्षण के दौरान अधिनियम में हुए संशोधनों पर न्यायाधीश ने जानकारी उपलब्ध कराते हुए बालको के सविंधान प्रदत्त अधिकारों के संरक्षण के लिए संवेदनशीलता से कार्य करने के सुझाव दिए। कार्यशाला के दौरान सभी थानाधिकारियों, बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तथा शिक्षा अधिकारियों द्वारा अनुसंधान, पुर्नवास एवं संबंधित समस्याओं के बारे में जानकारी देते हुए समाधान संबंधित सुझाव प्राप्त किए। उन्होने लैगिक अपराधों की रोकथाम तथा अपराध की स्थिति में पुलिस अधिकारियों द्वारा अनुसंधान के समय रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तृत रूप से बताया।

संक्षिप्त मार्गदर्शिका का विमोचन कर प्रारूप प्रकरण के मंचन से दिया गया प्रशिक्षण

प्रशिक्षण के दौरान बाल अधिकारिता विभाग एवं युनिसेफ टीम द्वारा विकसित की गई सक्षिप्त मार्गदर्शिका का विमोचन जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा किया गया, जिसमें ऐसे मामलों में की जाने वाली कार्यवाही से संबंधित चैकलिस्ट को प्रकाशित किया गया है। बाल प्रशिक्षण के दौरान जिले के संबंधित अधिकारियों द्वारा एक प्रकरण का उदाहरण प्रतिभागियों के समक्ष मंचन करते हुए की जाने वाली कार्यवाही के संबंध में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान जिले के सभी पुलिस थानों के उपरोक्त उल्लेखित प्रतिभायिगों के साथ मानव तस्करी विरोधी प्रकोष्ठ के हर्षवर्धन सिंह, कॉम्बेट कार्यक्रम के आकाश उपाध्याय, भरत खोखर, जिला बाल संरक्षण इकाई के प्रोटेक्शन ऑफिसर कपिल वैष्णव सहित 70 से अधिक प्रतिभागी उपस्थित थे।