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अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु को दी श्रद्धांजलि

विभिन्न संगठनो ने दी श्रद्धांजलि 

 

उदयपुर 23 मार्च 2024 । फ्रेंड्स क्लब ने सेवाश्रम चौराहे पर पहुंच कर सरदार भगत सिंह जी की मूर्ति पर अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु की शहादत को प्रणाम करते हुए उनको श्रद्धांजलि दी।

एडवोकेट आयुष अरोड़ा ने बताया गया कि लोग सिर्फ भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु को उनके जन्मदिन या शहीदी दिवस पर ही याद करते है, जो कि पूर्ण रूप से गलत है।

कार्यक्रम में रविन्द्रपाल सिंह "कप्पू", जय प्रकाश निमावत, एडवोकेट दिलीप बापना, बार एसोसिएशन उदयपुर के महासचिव राजेश शर्मा, मनविंदर सिंह "सोनू", एडवोकेट ललित चौहान, एडवोकेट विशाल आहूजा, विकास गुर्जर, अविंदर सिंह "बग्गा", सोमिंदर पाल सिंह गुजराल, गुरविंदर सिंह "सनी", आकाश खटीक, गौरव छतवानी, नरेश गुर्जर, कविश डिंगरिया आदि लोग उपस्थित थे।

शहीदों की चिताओं पे लगेंगे हर बरस मेले,
मुल्क पर मिटने वालों का यही बाक़ी निशाँ होगा

शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में सिख समाज, उदयपुर की ओर से शहीद ए आज़म भगत सिंह जी की मूर्ति का माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौक़े पर समाज के प्रबुद्ध जन व युवा सदस्य उपस्थित रहे।

कांग्रेस ने अर्पित की पुष्पांजलि 

उदयपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने शनिवार को शहीद दिवस पर ठोकर चौराहा स्थित शहीद भगत सिंह स्मारक पर महान क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को पुष्पांजलि अर्पित की।

पुष्पांजलि अर्पित करते हुए मीणा ने कहा  की 23 मार्च को तीन स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ा दिया था। बेहद कम उम्र में इन वीरों ने लोगों के कल्याण के लिए लड़ाई लड़ी और इसी उद्देश्य के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। 

इस अवसर पर सुभाष चित्तौड़ा, भगवती प्रजापत, कपिल वसीटा, योगेश शर्मा, भगवान सोनी, कमल सोनी, सुनील दाधीच, डॉ. संदीप गर्ग, राजवीर मेघवाल, पीराराम पटेल, विक्रम मेघवाल सहित कई युवा साथी उपस्थित थे। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने शनिवार को ’रक्षाबंधन’ धानमंडी स्थित कांग्रेस मीडिया सेन्टर पर महान क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर निशांत शर्मा, सुभाष चित्तौड़ा, जितेंद्र जैन, राजेश सुथार, राहुल दया, नरेश साहू, गोपाल साहू, राजेश चित्तौड़ा आदि कई पदाधिकारी उपस्थित थे।

News-शहीद दिवस पर वाम- जनतांत्रिक संगठनों ने क्रांतिकारी शहीदों- भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को दी श्रद्दांजली और आयोजित की विचार गोष्ठी

जनतांत्रिक विचार मंच के बैनर तले आज उदयपुर शहर के वाम जनतांत्रिक संगठनों ने सेवाश्रम स्थित भगतसिंह मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनकी देश की आज़ादी के लिए योगदान को याद करते हुए माल्यार्पण कर श्रद्धांजली अर्पित की एवं तत्पश्चात् उनके विचारों की आज के दौर के संदर्भ विषय पर एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई।

गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि भगतसिंह और उनके क्रांतिकारी साथियों का योगदान देश को अंग्रेजों की ग़ुलामी से मुक्ति दिलाने में अतुल्य था

 लेकिन उनका मक़सद केवल अंग्रेजों की ग़ुलामी मात्र से देश को आज़ादी दिलाना भर का नहीं था, बल्कि देश के आम मेहनतकश जनता को पूँजीवादी शोषण से मुक्ति दिलाना उनकी मंज़िल थी। उनके विचारों का आज के फासीवादी दौर में, जबकि देश के संविधान और लोकतत्र पर बड़ा ख़तरा पैदा हो गया है, और भी महत्व बढ़ गया है। उन्होंने अपने समय में तमाम सांप्रदायिक ताकतों को जून, 1928 में कीरती पत्रिका में लेख लिखकर देश की आज़ादी और प्रगति में बड़ा रोड़ा बताया था। आज फिर सांप्रदायिक ताक़तें देश की जानता कि एकता को खंडित कर रही हैं, ऐसे में जनता की एकजूटता इन ताकतों को शिकस्त दे सकती है, और हम सब भगत सिंह के विचारों को मानने वालों को देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए इसका बीड़ा उठाना होगा। 

समता संदेश के संपादक  हिम्मत सेठ ने कहा कि आज देश की हालत 1975 के आपातकाल और कुछ मायनों में अंग्रेजी शासन से भी बदतर हो गई है। एडवोकेट अरुण व्यास ने कहा कि भगत सिंह ने पहले ही आगाह कर दिया था कि आम जानता को असली आज़ादी केवल अंग्रेजों को भगा देने से नहीं मिलने वाली है, इससे तो केवल भूरे अंग्रेजों की जगह काले अंग्रेजों की ग़ुलामी ही मिलेगी, आज जिस तरह की तानाशाही देश में व्याप्त हो गई है, भगत सिंह की चेतावनी सही साबित हो रही है।

गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर फ़रहत बानो ने कहा कि भगत सिंह और उनके साथियों के बलिदान को सार्थक बनाने के लिए हमे आज फिर से मेहनतकश अवाम की एकजुटता बनाकर संविधान और लोकतांत्रिक को ख़तरे में डालने वाली ताकतों से हर हालत में टकराना होगा!

इससे पूर्व विषय पर बोलते हुए भाकपा-माले के राज्य सचिव शंकर लाल चौधरी ने कहा कि भगत सिंह और साथियों को सच्ची श्रद्धांजलि आज देश में सांप्रदायिक फ़ासीवाद को शिकस्त देना ही होगा वर्ना देश का आम आदमी- मजदूर किसान फिर से ग़ुलामी में जकड़ लिया जाएगा।

इस मौक़े पर, एडवोकेट भरत राव, प्रोफेसर शैलेंद्र लोढ़ा, डॉ मीनाक्षी जैन, जनता दल(सेक्युलर) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामचंद्र सालवी, कवि अशोक मंथन, डॉ चंद्रदेव ओला, सौरभ नरूका ने भी विचार रखे। भागीदारों का धन्यवाद प्रोफेसर सुधा चौधरी ने व्यक्त किया।