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नवंबर में पुनः छलक सकते है पिछोला फतहसागर

मदार नहर के ज़रिये फतेहसागर में पानी के साथ कचरा भी समाया झील में

 

उदयसागर के दोनों गेट 5-5 फिट खोले गए है 

मदार नहर से फतेहसागर में और सीसारमा से पिछोला में आवक जारी

उदयपुर 20 नवंबर 2021। झीलों की नगरी की शान और शहर की जान पिछोला और फतेहसागर पहली बार नवंबर माह में छलकती दिखाई दे सकती है। परसो और कल दिन भर मावठ की वर्षा के चलते फतेहसागर को भरने वाले बड़ा मदार तालाब और छोटा मदार तालाब के छलकने से दोनों का पानी थूर की पाल से चिकलवास फीडर होता हुआ मदार लिंक नहर के ज़रिये फतेहसागर में समा रहा है वहीँ पिछोला को भरने वाले नंदेश्वर चैनल से सीसारमा नहर से पानी पिछोला में समाहित हो रहा है। 

मदार नहर के ज़रिये फतेहसागर में पानी के साथ कचरा भी समाया झील में 

दो दिन की बरसात के बाद मदार लिंक नहर में अचानक आये पानी के साथ मदार नहर में जमा कचरा साहब की बोतले, नारियल, थर्मोकोल, प्लास्टिक की थैलियां और अन्य प्रकार की कचरे भी पानी के साथ साथ फतेहसागर झील में समाहित हो रहे है। फतहसागर के मदार नहर लिंक छोर पर पानी की सतह पर तैरता कचरा साफ़ देखा जा सकता है। 

पिछोला झील में सात इंच तो फतहसागर में एक दिन में तीन इंच पानी की आवक हुई है। जहाँ 3 इंच और आवक होते हुए पीछोला छलक जाएगा और स्वरूपसागर पर चादर चलेगी वहीं फतहसागर में यदि 7 इंच आवक और हो जाती है तो इसके गेट एक बार पुन: खोलने पर निर्णय लिया जा सकता है। 

उदयसागर झील के दोनों गेट कल दो फ़ीट खुले हुए थे लगातार पानी की आवक के चलते आज पांच-पांच फ़ीट खोले गए। वर्तमान में 11 फिट की भराव क्षमता वाले पिछोला झील का जलस्तर 10 फिट 7 इंच है जबकि 13 फिट की भराव क्षमता वाले फतेहसागर का जलस्तर 12 फिट 2 इंच है।