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सीवर में बहता पिछोला झील का खज़ाना

झील प्रेमियों ने जताया गहरा रोष

 

उदयपुर, 13 अक्टूबर। मानसून की मेहरबानी से पिछोल झील भरी हुई है किंतु पेयजल के इस भंडार का पानी अनवरत रूप से सीवर लाइन के माध्यम से जा रहा है और इससे बेखबर नगरीय प्रशासन भी नहीं है इस पर झील प्रेमियों ने रविवारीय संवाद में गहरा रोष व्यक्त किया ।

झील विकास प्राधिकरण के पूर्व सदस्य तेज शंकर पालीवाल ने कहा कि पीछोला तालाब के पेंदे मे पडी सिवर लाईन के मेन होल से प्रतिदिन लाखो लिटर पेयजल मल मूत्र मे मिलकर बर्बाद हो रहा है जिसे रोकने के लिये झील पेटे में पड़ी सीवर लाइन के तिन मेन होल को सीमेंट, कंक्रीट से बंद कर देना चाहिए और स्वरूप तालाब पेटे के अंतिम मेन होल को भी बंद कर तालाब के पानी की व्यर्थ बर्बादी रोकने होगी। 

पर्यावरणविद नंद किशोर शर्मा ने कहा की पानी की हर बुंद कीमती है। सीवर लाईन बाइपास होने के बाद आज तक नगर निगम पानी की व्यर्थ बर्बादी नही रोक सका यह चिंता जनक है। युवा पर्वतारोही कुशल रावल ने कहा कि झीलो की सतत् निगरानी के लिए आम नागरिको की भागीदारी सुनिश्चित कर लेक पेट्रोलिंग को सशक्त किया जाय । झील प्रेमी द्रुपद सिंह ने आम नागरिको से अपील की कि दीपावली का घरेलू कुडा कचरा टूटी फूटी तस्वीरे फालतू कपडे तालाब मे नहीं डाले ।

संवाद पूर्व पिछोला के अमरकुंड पर श्रमदान कर झील में तैरती हुई शराब पानी की बोतले, सड़ी गली खाद्य सामग्री, वेपर्स,पॉलीथिन,घरेलू कचरा एवं जलीय घास को बाहर निकाला।