×

पेसेफिक के नर्सिंग कॉलेज में छात्रों पर पुलिस का लाठीचार्ज

कुछ छात्रों को चोट लगने पर हॉस्पिटल भर्ती कराया, पेसेफिक मेडिकल कॉलेज में दे रहे थे धरना

 

उदयपुर  3 अप्रैल 2023 । उमरड़ा स्थित पेसेफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंज से धरने पर बैठे पास आउट नर्सिंग छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। हिरणमगरी थाना पुलिस ने बेहरमी से छात्रों पर लाठी बरसाई। इससे कुछ छात्रों को गंभीर चोटें लगी हैं जिन्हें तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने छात्रों की भीड़ को वहां से भगाने के प्रयास में उन पर डंडे बरसाए। यहां तक कि पुलिस ने छात्राओं को भी नहीं छोड़ा। इस दौरान दो छात्र मौके पर ही बेहोश हो गए। छात्रों का आरोप है कि पुलिस कॉलेज प्रशासन ने उनकी आवाज दबाने के लिए पुलिस बुला ली। पुलिस बल भी बिना महिला पुलिस बल के पहुंची, जिन्होंने छात्राओं को भी नहीं बख्शा। उन्हें जबरन गाड़ी में बैठाकर ले गए। 

छात्र बोले-फीस समय पर ली थी, आरएन नंबर के लिए भटक रहे हैं

छात्रों ने बताया कि दो साल से पास आउट होने के बाद भी आरएन नंबर नहीं मिलने पर वे कॉलेज में धरना दे रहे थे। छात्र तरूण गर्ग ने बताया कि कॉलेज की फीस समय पर नहीं देते तो ये एग्जाम में नहीं बैठने देते। छोटे सी गलती पर पनिशमेंट भरना पड़ता है, लेकिन आज में दो साल से आरएन नंबर के लिए यहां भटक रहे हैं कोई हमारी नहीं सुन रहा। 

वर्ष 2017 बैच के छात्र धीरज कुमार कटारिया ने बताया कि पासआउट होने के करीब दो साल बाद तक हमें आरएन नंबर नहीं दिया जा रहां। आश्वासन देकर हमें गुमराह किया जाता है।

इस मुद्दे पर बात करते हुए कॉलेज के पूर्व नर्सिंग छात्र जितेंद्र सिंह ने कहा की वह अपने कॉलेज के रजिस्ट्रेशन नंबर की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने कहा की उन्होने कॉलेज से नर्सिंग की पढाई पूरी की हैं और उनका बेच 2017-18 हैं। लेकिन दो सालों के बाद भी अभी तक कॉलेज द्वारा रजिस्ट्रेशन नंबर उपलब्ध नही करवाया गया हैं।

सिंह ने बताया की रजिस्ट्रेशन नंबर नही होने की वजह से उनको नौकरी मिलने से काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। जब भी किसी भी हॉस्पिटल में नौकरी के लिए या एंट्रेंस एग्जामिनेशन के लिए जाते हैं तो रजिस्ट्रेशन नंबर नही होने की वजह से उन्हें नौकरी नही मिलती।

उन्होने कहा की इस मामले को लेकर उन्होंने कई बार कॉलेज प्रशासन को अवगत भी करवाया लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई, इसी वजह से आज सोमवार 3 अप्रैल को कॉलेज के बाहर नर्सिंग छात्र इकठ्ठा हुए और प्रदर्शन किया, लेकिन इस दौरान वहां पहुंची पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया जो की एक गलत कदम हैं।

हालांकि इस मामले की जानकारी मिलने पर ग्रूप के चेयरमैन आशीष अग्रवाल मौके पर पहुँचे और छात्रों से बात की। सिंह ने कहा की अग्रवाल ने छात्रों से 25 दिन का समय माँगा और 25 दिन के भीतर उनकी मांग को पूरा करना का लिखित में आश्वासन भी दिया।

छात्रों का आरोप हैं की एक साल की फीस 85000 हजार रूपए हैं लेकिन यहाँ पर फीस के नाम पर एक साल के 2.5 लाख रूपए तक ले लिए जाते हैं, ऐसे में गरीब बच्चे कैसे अपनी पढाई कर पाएंगे।