प्रतापगढ़-16 सितंबर 2023 की प्रमुख खबरे
ज़िले से संबंधित खबर पढ़े उदयपुर टाइम्स पर
News-बदलाव: छात्रवृत्ति फर्जीवाड़े पर लग सकेगा अंकुश
प्रतापगढ़ । गत दिनों में सवाई माधोपुर और झुंझुनू जिले में उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति में हुए फर्जीवाडे के बाद विभाग की ओर से आवेदन प्रक्रिया में सरलीकरण के साथ सुधारात्मक परिवर्तन किया गया है। इससे जहां फर्जीवाड़े पर अंकुश लगेगा। वहीं पात्र विद्यार्थियों को समय पर छात्रवृत्ति मिल सकेगी। शैक्षिणिक सत्र 2023-2024 में छात्रवृत्ति पोर्टल में ऐसे सुधारात्मक परिवर्तन किए है। जिससे आवेदन प्रक्रिया आसान हो तथा अपात्र व्यक्तियों को आवदेन करने से रोका जा सके। पिछले वर्ष ही कुछ जिलों से अपात्र छात्रों को छात्रवृत्ति के भुगतान के प्रकरण सामने आए थे। जिसके मद्देनजर आवेदन प्रक्रिया में कुछ परिवर्तन किए गए है। ताकि दोहरे भुगतान की प्रक्रिया समाप्त किया जा सके।
संस्थान की भी है अब जिम्मेदारी
छात्रवृत्ति योजना में संबंधित महाविद्यालय में प्रभारी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय की गई है। ताकि ऐसे बच्चे जो महाविद्यालय में अध्ययनरत ही नहीं, उनकी छात्रवृत्ति रोकी जा सके। प्रत्येक संस्थान को प्रतिवर्ष मान्यता को रिन्यूवल करवाना होगा। जिसमें पाठ्यक्रम स्वीकृत बच्चों की संख्या इत्यादि समीक्षा पश्चात ही संस्थान की मान्यता का नवीनीकरण किया जाएगा। संस्थान या महाविद्यालय का एआईएसएचई कोड भी अनिवार्य होगा। एनएएबी या एनसीए से मान्यता प्राप्त संस्था से अध्ययन करने वाले छात्र छात्रवृत्ति ले पाएंगे। यदि किसी संस्थान या महाविद्यालय द्वारा किसी अपात्र बच्चे का आवेदन अग्रेषित किया जाता है तो विद्यार्थी के साथ-साथ संस्थान को भी ब्लेक लिस्ट किया जा सकेगा।
प्रत्येक छात्र का एक यूनिक कोड होगा। जो आजीवन एक ही रहेगा इसी प्रकार प्रत्येक संस्था की भी यूनिक एसएसओ आईडी मेप होगी । प्रत्येक संस्थान या महाविद्यालय को अपनी विद्यार्थी की न्यूनतम बॉयोमैट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी। उसके अभाव में आवेदन ही नहीं हो पाएगा। बैंक खाता, जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, सैकण्डरी या सीनियर सैकण्डरी की मार्कशीट इत्यादि समस्त विवरण जनाधार या डीजी लॉकर में लेने के साथ-साथ हार्डकॉपी भी अपलोड करनी होगी। जिसका सत्यापन बाद में संबंधित महाविद्यालय अथवा जिलाधिकारी द्वारा किया जा सकेगा। कुछ छात्रवृत्ति योजना में फ्रि-सीफ कार्ड का भी प्रावधान किया गया हैै। जिससे कि महाविद्यालय बच्चों को परीक्षा में बैठने से नहीं रोक पाएंगे।
जिले में यह है स्थिति
प्रतापगढ़ जिले में वर्तमान में उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में 12 हजार 700 आवेदन है। इसमें इनको मिलता है योजना का लाभ इस योजना में राजस्थान में अध्ययनरत विद्यार्थियों को लाभ मिलता है। जिसमें राजस्थान के मूल निवासियों के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, विशेष समूह योजना पूर्व में विशेष पिछड़ा वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग, आर्थिक पिछडा़ वर्ग विमुक्त, घुमन्तु एवं अद्र्ध घुमन्तु, मीरासी एवं भिश्ती समुदाय, मुख्यमंत्री सर्वजन उच्च शिक्षा उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजनाओं में राज्य की राजकीय, निजी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं एवं राज्य के बाहर की राजकीय, राष्ट्रीय स्तर एवं मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं के पाठ्यक्रमों में प्रवेशित, अध्ययनरत शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों कक्षा 11 एवं 12 वीं के विद्यार्थी आवदेन कर सकते है।
पारदर्शिता के लिए किए बदलाव
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक, डॉ. टीआर आमेटा का कहना है की छात्रवृत्ति को पारदर्शी बनाने के लिए कई नियम बनाए गए है। यदि किसी ने गलत या फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर यदि कोई विद्यार्थी या अपात्र व्यक्ति छात्रवृत्ति का लाभ ले लेता है तो बाद में रिकवरी राशि में समस्या आती है ऐसी स्थिति में आवेदन के समय में ही आवेदन से वंचित रखे जाने के लिए किए गए इन सुधारों से पारदर्शिता पूर्ण नियत समयावधि में छात्रवृत्ति का भुगतान संभव हो पाएगा।