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हरियाली अमावस्या मेला, निगम ने शुरू की तैयारी

झूले एवं स्टॉल हेतु इस बार नहीं होंगी खुली बोली, पहली बार होंगी अस्थाई दुकानों की ऑनलाइन निविदा

 
कुल 705 दुकानें 12 झूलो की होगी ऑनलाइन निविदा

उदयपुर का विश्व प्रसिद्ध हरियाली अमावस्या का मेला 17-18 जुलाई को फतह सागर पाल, सहेलियों की बाड़ी पर नगर निगम द्वारा आयोजित किया जाएगा। पूर्व की भर्ती इस वर्ष भी यह मेला दो दिवसीय होगा, जिसमें दूसरे दिन केवल महिलाओं का प्रवेश होगा। 

नगर निगम राजस्व समिति अध्यक्ष अरविन्द जारोली ने बताया कि मेले को पूरी तरह पारंपरिक एवं पारदर्शी आयोजित करने को लेकर महापौर गोविंद सिंह टाक, उपमहापौर पारस सिंघवी ने विशेष निर्देश दिए हैं। महापौर ने मेले में लगने वाली अस्थाई दुकानों के आवंटन प्रक्रिया में भी परिवर्तन करने के निर्देश दिए, क्यों की प्रतिवर्ष खुली बोली में लोगो द्वारा पूल बना दिया जाता है जिससे नगर निगम की आय कम होती है। निर्देश की पालना में समिति अध्यक्ष अरविंद जारोली ने इस बार अस्थाई दुकानों की ऑनलाइन निविदा करने का प्रस्ताव रखा। अब निगम द्वारा केवल ऑनलाइन निविदा में भाग लेने वालो को ही अस्थाई दुकानें आवंटित की जाएगी।

ऑनलाइन नीलामी 11 जुलाई तक

नगर निगम राजस्व समिति अध्यक्ष अरविंद जारोली ने बताया की हरियाली अमावस्या मेले में नगर निगम द्वारा चिन्हित स्थान पर अस्थाई रूप से लगने वाले झूले एवं स्टॉल हेतु ऑनलाइन निलामी में भाग लेने वाले दुकानदार 11 जुलाई सायं 4.55 तक अपनी निविदा भर सकते है। तय समय के पश्चात किसी भी प्रकार से कोई बदलाव संभव नहीं होगा।

कुल 705 दुकानें 12 झूलो की होगी ऑनलाइन निविदा

नगर निगम राजस्व समिति अध्यक्ष अरविंद जारोली ने बताया कि हरियाली अमावस्या मेले में कुल 705 दुकानों एवं 12 झूलो हेतु निविदा जारी की गई है। निविदा में अधिक से अधिक दुकानदार भाग लेवें एवं पूरी प्रक्रिया पारदर्शी हो इसको लेकर ही इस वर्ष प्रथम बार ऑनलाइन निविदा आमंत्रित की गई हैं।
महापौर उपमहापौर करेंगे मेला स्थल का निरीक्षण। 

नगर निगम राजस्व समिति अध्यक्ष अरविंद जारोली ने बताया कि प्रसिद्ध हरियाली अमावस्या मेले स्थल का जायजा नगर निगम महापौर गोविंद सिंह टाक, उप महापौर पारस सिंघवी द्वारा लिया जाएगा। मेला स्थल पर सभी माकूल व्यवस्था उपलब्ध हो ऐसी कार्यवाही करने के निर्देश भी महापौर द्वारा जारी किए गए है। 

मेले की तैयारी को लेकर महापौर टांक, उपमहापौर सिंघवी ने सांस्कृतिक समिति अध्यक्षा चंद्रकला बोलियां एवं राजस्व समिति अध्यक्ष जारौली के साथ बैठक की। महापौर टांक ने मेले से संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मेले के आयोजन में किसी भी प्रकार की कोई भी कमी नहीं रहे इसका विशेष रुप से ध्यान रखा जाए। मेला संपूर्ण होने तक उपमहापौर पारस सिंघवी द्वारा प्रतिदिन मेला कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी ली जाएगी।