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उदयपुर के कैदियों का बैंड इन दिनों हो रहा हैं प्रसिद्ध

शादियों में बढ़ रही हैं डिमांड

 

वैसे सामाजिक जीवन मे शादी ब्याह बारात यह एक सामान्य सी बात है,, लेकिन फिर भी इस खबर में ऐसा कुछ खास है जिसकी वजह से यह शादी कुछ खास हो जाती है। वजह यह है कि शादी में बैंड पर अपनी मधुर धुन के जरिए लोगों को मंत्रमुग्ध कर रहे यह बैंड के यह 12 लोग कोई प्रोफेशनल बैंड का हिस्सा नहीं बल्कि उदयपुर के केंद्रीय कारागृह में सजा काट रहे बंदी है। 

दरअसल उदयपुर के केंद्रीय कारागृह के 12 कैदी जो अब समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए अपने बेहतर व्यवहार के कारण जेल प्रशासन से जुड़े लोगों में इतना विश्वास कायम कर चुके हैं कि अब वह देर रात शादियों में जाकर बैंड बजाते हैं,और अपना काम पूरा कर फिर से जेल की चारदीवारी में कैद हो जाते हैं।  

इस विशेष पाइपर बेंड में शामिल 12 बंदियों में  हत्या और अन्य अपराधों में 2 साल से लेकर 8 साल तक की सजा काट रहे कैदी हैं, जो अलग-अलग जुर्म करके जेल की चारदीवारी तक पहुंचे हैं, हालाँकि अब इनके अच्छे आचरण को देखते हुए अब इन्हें पाइपर बैंड का विशेष प्रशिक्षण दिया गया और उसमें पारंगत होने के बाद अब यह पाइपर बैंड उदयपुर की शादियों में अपनी मधुर ध्वनि से चार चांद लगाता है।  

जेल अधीक्षक राजेंद्र कुमार ने बताया कि प्रदेश की लगभग सभी जेलों में कैदी बैंड बनाए गए हैं, ऐसे में उदयपुर का यह बैंड भी अनूठा है जो ब्रास बेंड नहीं होकर पाइपर बैंड है, इसमें 12 कैदी शामिल है, जिसमे 6 बंदी पाइपर, 5 ड्रम ओर 1 झुनझुना बजाता है। यह कैदी एक तय समय पर जेल से निकलते हैं और तय समय सीमा में फिर से जेल में पहुंचते हैं, इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर उनके साथ 2 गार्ड भी रहते हैं।

इस से वाकई में यह दिखाता है कि इन कैदियों ने अपने अच्छे आचरण के कारण जेल प्रशासन का विश्वास जीत लिया है।

साज ओर सजा इन 2 शब्दों के बीच जिंदगी जी रहे यह कैदी इस पाइपर बेंड की प्रस्तुति से समाज के किसी शादी समारोह में कहीं ना कहीं उस कार्यक्रम को  संगीतमय कर देते हैं। इन दिनों जेल बैंड की डिमांड आम जन के बीच बढ़ रही हैं और इस से आने वाले पैसे कों कैदीयों के लिए बनाए गए फंड में डाल दिया जाता हैं तो इसका 50 % पैसा इनको दे दिया जाता हैं।