हल्दी घाटी से हकीम खां सूरी की ऐतिहासिक मजार को हटाने का विरोध
मुस्लिम महासंघ प्रतिनिधिमंडल ने राजसमंद जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
राजसमंद जिले में स्थित हल्दी घाटी के पास स्टेट हाइवे का काम चल रहा है वहा वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के वीर सेना पति हकीम खां सूरी की ऐतिहासिक मजार जहां उनका सर अलग हुआ था उस स्थान को हटाया जा रहा है। इस संबंध में मुस्लिम महासंघ प्रतिनिधिमंडल एवं मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के सतपाल डोडिया ने राजसमंद जिला कलेक्टर डॉ भंवरलाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा ।
मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी मोहम्मद बक्ष ने कहा हमे ज्ञात हुआ है राजसमंद जिले में स्थित हल्दी घाटी के पास स्टेट हाइवे का काम चल रहा है वहा वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के वीर सेनापति हकीम खां सूरी की ऐतिहासिक मजार जहां उनका सर अलग हुआ था उस स्थान को हटाया जा रहा है।
महासंघ के प्रतिनिधियों ने मौका मुआयना कर बताया मज़ार के पास काफी जमीन पड़ी है यदि उसको फिलिंग कर रोड निकाला जाए तों बनने वाले रोड भी सीधी निकलेगी एवं घुमाव भी खत्म हो जायेगे साथ ही एतिहासिक स्थल को कोई नुकसान भी नहीं होगा।
प्रदेश अध्यक्ष मुहम्मद हनीफ खान ने कहा हकीम खा सूरी मेवाड़ की आन बान और शान है जिनकी बहादुरी पर आज भी हम मेवाड़ वासी एवं देशवासी गर्व करते है। ऐसे ऐतिहासिक स्थल को किसी भी तरह की क्षति पहुंचना उचित नहीं है बल्कि ऐतिहासिक जगह को सम्मान के साथ संरक्षण देना चाहिए ।
सतपाल डोडिया ने कहा हकीम खा सूरी महाराणा प्रताप के सेनापति झालामान सिंह की तरह पूजनीय हैं उनकी समाधि स्थल से छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
आसपास के लोगो का कहना था यह ऐतिहासिक स्थल है इसके साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।
मुस्लिम महासंघ प्रदेश उपाध्यक्ष सैयद दानिश अली ने बताया की इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी मोहम्मद बक्ष, प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद हनीफ़ खान, मोइनुद्दीन रहमानी, प्रदेश उपाध्यक्ष हुमायु अख्तर, प्रदेश महासचिव पार्षद हिदायतुल्ला मंसुरी, राजसमंद प्रभारी गुडू भाई, जिला महासचिव सैयद तौसीफ आदी पदाधिकारी उपस्थित रहे।