उदयपुर में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त
सड़कें जाम
उदयपुर 4 सितंबर 2024। आज बुधवार तड़के से उदयपुर जिले में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे कई समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं। बारिश की वजह से जिले के विभिन्न हिस्सों में सड़कें जाम हो गई हैं और जनजीवन प्रभावित हुआ है।
उदयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे 48 सुबह से हो रही भारी बारिश के कारण इस हाईवे पर पानी भर गया है, जिससे लगभग 6 घंटे से जाम की स्थिति बनी हुई है। उदयपुर जिले के परसाद थाना क्षेत्र के पीपली में सुबह 7 बजे से जाम की स्थिति उत्पन्न हुई। बारिश के कारण पानी भरने से वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं और यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
बारिश के कारण मोरवानिया का पुल टूट गया है, जिससे इलाके का सड़क संपर्क बाधित हो गया है। जिले में सर्वाधिक बारिश ऋषभदेव में हुई है। हाइवे पर कई स्थानों पर पहाड़ी क्षेत्र से पत्थर और मलबा भी गिरा है।
हाइवे पर कई स्थानों पर पहाड़ी क्षेत्र से पत्थर और मलबा भी गिरा है। झाड़ोल में मानसी नदी के उफान से झाड़ोल से खाखड़ होकर नयागांव और लाखा गुड़ा जाने वाला मार्ग बाधित हो गया है। हाल ही में ग्राम पंचायत सुल्तान जी का खेरवाड़ा द्वारा बनाए गए एनीकट को तेज बारिश में बह गया, जिससे वागड़ा का मुख्यालय से संपर्क कट गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि एनीकट की निर्माण सामग्री घटिया थी।
उदयपुर शहर में भी बारिश के कारण कई सड़कें पानी से भर गई हैं। बड़गांव की मुख्य रोड पर भी पानी जमा हो गया है, जिससे स्थानीय लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
फतहसागर झील में पानी की आवक जारी है और स्वरूपसागर तथा उदयसागर के गेट खोल दिए गए हैं। उदयपुर के गोगुंदा का सुखेर बांध और बूझ का नाका बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। क्षेत्र की चार बड़ी पुलिया पर पानी का बहाव तेज होने के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। गोगुंदा-झाड़ोल मार्ग पर छाली गांव के पास हनुमान मंदिर पुलिया पर भी तेज बहाव के कारण आवाजाही बंद हो गई है, और एक बाइक पर सवार दो लोग बह गए जिनकी बड़ी मुश्किल से बचाव किया गया।
जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने स्थिति का जायजा लेने के लिए शहर का दौरा किया है। उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को राहत कार्यों के लिए त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने आयड़ नदी क्षेत्र का भी दौरा किया और नदी के बहाव क्षेत्र की स्थिति की समीक्षा की।
स्थानीय प्रशासन और राहत दलों ने लोगों को सलाह दी है कि वे इस समय यात्रा से बचें और किसी भी आपात स्थिति के लिए सतर्क रहें। प्रशासन लगातार स्थिति को सुधारने के प्रयास में जुटा हुआ है।