Rajsamand:मनरेगा कार्य समय में हुआ परिवर्तन
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News-गर्मी का प्रभाव: मनरेगा कार्य समय में हुआ परिवर्तन
राजसमंद। जिला कलक्टर ने आदेश जारी किया है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 की अनुसूची-1 के पैरा 19 के अनुसार मनरेगा कार्यों के लिए 8 घण्टे की कार्य अवधि (जिसमें 1 घण्टे का विश्रामकाल सम्मिलित है) निर्धारित है, जो सामान्यतः प्रातः 9 बजे से सायं 5 बजे तक रहती है।
जारी आदेशानुसार वर्तमान में जिले में बढ़ती गर्मी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों की अनुपालना में मनरेगा कार्यों का समय परिवर्तित कर प्रातः 6 बजे से दोपहर 1 बजे तक (बिना विश्राम काल के) निर्धारित किया गया है।
साथ ही यह भी निर्देशित किया गया है कि यदि कोई श्रमिक समूह निर्धारित टास्क को समय से पूर्व पूर्ण कर लेता है, तो वह कार्य की माप (मेट के पास उपलब्ध मस्टररोल में अंकित टास्क प्रपत्र में) करवाने तथा समूह मुखिया के हस्ताक्षर के उपरांत प्रातः 10:30 बजे के बाद एप की निर्धारित प्रक्रिया अनुसार दूसरी पारी की उपस्थिति अंकन उपरांत कार्य स्थल छोड़ सकता है। यह व्यवस्था 15 जुलाई तक प्रभावी रहेगी।
News-प्रोजेक्ट सक्षम सखी ने बदली ग्रामीण महिलाओं की तकदीर
जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के निर्देशन में जिला प्रशासन तथा राजीविका द्वारा 1 अक्टूबर 2024 को राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए ’प्रोजेक्ट सक्षम सखी’ की शुरुआत की गई थी। जब यह मुहिम आरंभ हुई तब प्रशासन को भी अंदाजा नहीं था कि इसके इतने दूरगामी परिणाम दिखाई देंगे लेकिन सामूहिक प्रयासों से चंद महीनों में ही गत वर्षों की तुलना में कई गुना बेहतर परिणाम देखने को मिले।
असावा के निर्देशन में प्रोजेक्ट सक्षम सखी के तहत क्रेडिट लिंकेज, मार्केट लिंकेज, ट्रेड फेयर, उत्पाद ब्रांडिंग, व्यापक प्रचार-प्रसार एवं बिक्री के माध्यम से एसएचजी की महिलाओं को अधिकतम सहयोग प्रदान किया गया। इस मिशन मोड कार्य प्रणाली ने जिलेभर के 8000 से अधिक एसएचजी एवं 1 लाख से अधिक परिवारों को सीधे तौर पर लाभान्वित किया। बुधवार सायं जिला कलक्टर ने प्रेस वार्ता कर प्रोजेक्ट सक्षम सखी की उपलब्धियों को सभी से साझा किया। इस अवसर पर एडीएम नरेश बुनकर, जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा, राजीविका डीपीएम एवं एसीईओ डॉ. सुमन अजमेरा सहित विभिन्न एसएचजी की महिलाएं उपस्थित रहीं। प्रोजेक्ट सक्षम सखी की उपलब्धियों पर आधारित फिल्म दिखाई गई तथा प्रेजेंटेशन दिया गया।
बिक्री पहुंची 1.73 करोड़ तो वहीं 117 करोड़ के ऋण हुए स्वीकृत
असावा ने बताया कि प्रोजेक्ट सक्षम सखी व्यापक तौर पर उत्पादों की बिक्री बढ़ाने में सफल रहा। जहां वर्ष 2023-24 में जिले के एसएचजी समूहों के 22 लाख रुपए के उत्पादों की बिक्री हुई थी, वहीं प्रोजेक्ट के तहत वर्ष 2024-25 में यह बिक्री 1.73 करोड़ तक पहुंच गई। ऐसे ही लोन वितरण में भी उपलब्धि मिली। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 90 करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत हुए थे, जबकि वर्ष 2024-25 में यह आंकड़ा बढ़कर 117 करोड़ रुपये हो गया।
इन प्रयासों के परिणामस्वरूप महिलाओं की आय में वृद्धि, वित्तीय स्वतंत्रता में इज़ाफा, सामाजिक स्थिति में सुधार और आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई। इसके साथ ही, महिलाओं की कार्यक्षमता बढ़ी और वे प्रतिस्पर्धात्मक बाजार में अपने एसएचजी समूहों को स्थापित करने में सफल रहीं। अब ये महिलाएं पहले से भी अधिक सशक्त हो चुकी हैं तथा नए उत्पाद तैयार कर रही हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन रही हैं। जिला प्रशासन ने अब सफलताओं से उत्साहित होकर वर्ष 2025-26 का एक्शन प्लान भी तैयार किया है जिसके तहत और अधिक क्रेडिट प्रदान करने और उत्पादों की बिक्री का लक्ष्य रखा गया है।
यूं बढ़ा सक्षम सखी का कारवांः
मार्केट लिंकेज और ब्रांडिंग के तहत विभिन्न संगठनों, औद्योगिक संस्थानों, एनजीओ, विभागों एवं व्यापार संघों के साथ नियमित बैठकें कर एसएचजी उत्पादों का मजबूत बाजार नेटवर्क तैयार किया गया। महिलाओं को ब्रांडिंग, मार्केटिंग एवं सेल्स का प्रशिक्षण दिया गया। नए उत्पाद लॉन्च किए गए और उनकी ब्रांडिंग की गई। नियमित रूप से राजीविका टीम एवं बैंकों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें कर ऋण स्वीकृत कराए गए। उत्पादों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। सरकारी संस्थानों में एसएचजी उत्पादों की प्राथमिकता दी गई।
राजकीय कार्यालयों, विद्यालयों, छात्रावासों एवं अन्नपूर्णा रसोई में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों को राजीविका एसएचजी से खरीदने हेतु निर्देश जारी किए गए। सरकारी संस्थानों में उपयोगी सामग्रियों की आपूर्ति एसएचजी के माध्यम से प्रारंभ कर दी गई है। इन प्रयासों से एसएचजी की बिक्री में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है। साथ ही बड़े औद्योगिक संस्थाओं से भी ऑर्डर प्राप्त हो रहे हैं।
स्थाई आमदनी का नेटवर्क भी हुआ तैयार
19 अक्टूबर 2024 एवं 1 मार्च 2025 को विशेष मेगा क्रेडिट कैंप एवं ट्रेड फेयर का आयोजन किया गया, जहां एसएचजी को ऋण एवं बिक्री आदेश (सेल्स ऑर्डर) सौंपे गए। डीएमएफटी फंड से 1 करोड़ रुपये की राशि राजीविका रूरल मार्ट एवं प्रशिक्षण केंद्र के लिए स्वीकृत की गई है। यह केंद्र पुरानी कलेक्ट्रेट, राजसमंद में स्थापित किया जाएगा, जहां वर्षभर महिलाएं अपने उत्पादों का विक्रय कर सकेंगी।
सरकारी कार्यालयों और संस्थानों में महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) द्वारा निर्मित उत्पादों की अनिवार्यता सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। राजकीय कार्यालयों में वर्षभर उपयोग होने वाली सामग्रियों, जैसे फाइल कवर, फोल्डर, पेन स्टैंड, कैरी बैग और आतिथ्य सत्कार हेतु तुलसी पॉट आदि की खरीद एसएचजी से करने के आदेश दिए गए हैं, जिसके तहत ऑर्डरिंग और आपूर्ति प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
स्वच्छता सामग्री के रूप में चिकित्सालयों, नगर निकायों और ग्राम पंचायतों में सफाई हेतु उपयोगी फिनाइल, साबुन आदि केवल एसएचजी से खरीदने की प्राथमिकता दी गई है। इसी तरह, राजकीय विद्यालयों, छात्रावासों और अन्नपूर्णा रसोई में भोजन निर्माण में प्रयुक्त मसाले, नमकीन, अचार आदि की आपूर्ति भी एसएचजी से करने के निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे इन समूहों को आर्थिक संबल मिलेगा और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।
मजबूती साथ एसएचजी बाजार में हुए स्थापित
प्रोजेक्ट सक्षम सखी ने न केवल महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में योगदान दिया, बल्कि उन्हें बाजार में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी अग्रसर किया। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को स्थाई आय का साधन उपलब्ध कराया गया, जिससे वे अपने परिवार एवं समाज में एक प्रभावी भूमिका निभा सकें। यह पहल महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ राजस्थान के ग्रामीण विकास मॉडल में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हो रही है और आने वाले समय में इससे महिलाओं की आजीविका को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में नए आयाम जुड़ेंगे।
मिशन वृंदा के तहत विशेष हैम्पर लॉन्च
प्रेस वार्ता के पश्चात जिला कलक्टर ने राजीविका द्वारा तैयार विशेष गिफ्ट हैम्पर लॉन्च किया। इसके तहत 220 रुपए की लागत में एक मिट्टी का गमला, ऑर्गेनिक खाद, तुलसी के बीच और निर्देशिका दी जाएगी। आमजन इसे क्रय करके गिफ्ट के रूप में दे सकेंगे। यह प्लास्टिक मुक्त राजसमंद का भी हिस्सा होगा जिसके तहत कलक्टर ने प्लास्टिक के सामान जैसे बुके भेंट में देना बंद करवाया है। जब एसएचजी ने कलक्टर को गिफ्ट हैम्पर दिखाया तो उन्होंने भी मुक्तकंठ से इसकी सराहना की।
News-विधायक माहेश्वरी ने राजसमंद जिले के स्थापना दिवस पर दी शुभकामनाएं
राजसमंद, 10 अप्रैल 2025 :- राजसमंद जिले की स्थापना दिवस के अवसर पर विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने समस्त जिले वासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। उन्होंने कहा कि यह दिन हमें जिले की सांस्कृतिक धरोहर, गौरवशाली इतिहास और विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का स्मरण कराता है।
इस अवसर पर विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी सहित नगर मण्डल के पदाधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों ने जिले के संस्थापक श्रद्धेय राणा राजसिंह जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने राष्ट्र एवं संस्कृति के प्रति अपने दायित्वों के निर्वहन का संकल्प लिया तथा राणा राजसिंह जी के जीवन मूल्यों और आदर्शों को आत्मसात करने की प्रेरणा प्राप्त की।
विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने इस अवसर पर जिलेवासियों को स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में निरंतर प्रयासों से राजसमंद प्रदेश का अग्रणी जिला बनने की ओर अग्रसर है।
उन्होंने यह भी कहा कि डबल इंजन सरकार द्वारा जिले में विकास कार्यों को तेज गति से आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में राजसमंद न केवल आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण में भी एक उदाहरण बनेगा।
राजसमंद जिला, जिसे 10 अप्रैल 1991 को स्थापित किया गया था, अपनी ऐतिहासिक धरोहरों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। कुंभलगढ़ दुर्ग और राजसमंद झील जैसे स्थल इस जिले को विशेष पहचान देते हैं। विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे जिले के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाएं और इसे प्रगति की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएं।
News-विधायक ने महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव में की सहभागिता, भगवान महावीर के आदर्शों को बताया मानवता का मार्गदर्शक
जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी जी की जन्म जयंती के पावन अवसर पर महावीर मंच, कांकरोली द्वारा आयोजित 2624वें भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव में राजसमंद विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने सहभागिता की।
इस शुभ अवसर पर उन्होंने आचार्य महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री रचना श्री जी एवं श्रमण संघीय उप प्रवर्तक श्री कोमल मुनि जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी एषणा श्री जी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
विधायक माहेश्वरी ने कहा कि "अहिंसा परमो धर्म" एवं "जियो और जीने दो" का संदेश लेकर भगवान महावीर स्वामी जी का जीवन-दर्शन मानव कल्याण, सामाजिक समरसता एवं शांति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उनके सिद्धांत आज भी समाज निर्माण के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं।
इस अवसर पर उन्होंने सभी श्रद्धालुजनों को जन्म कल्याणक महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं। साथ ही समस्त समाजजन, मातृशक्ति एवं आयोजक समिति द्वारा प्रदत्त पारिवारिक आतिथ्य एवं सम्मान के लिए गहन आभार व्यक्त किया।