Rajsamand: RK ज़िला चिकित्सालय में 16 बेड के आईसीयू भवन का लोकार्पण
News-RK जिला चिकित्सालय में 16 बेड के आईसीयू भवन का लोकार्पण
राजसमंद के आर. के. जिला चिकित्सालय में डीएमएफटी फंड से निर्मित 16 बेड के नवीन आईसीयू भवन का लोकार्पण समारोह सोमवार को सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दीप्ति किरण माहेश्वरी, विधायक राजसमंद एवं हरि सिंह रावत, विधायक भीम रहे। इस भवन के निर्माण पर एक करोड़ पाँच लाख रुपए की लागत आई है, वहीं एचडीएफसी बैंक के सीएसआर मद से 61 लाख 10 हजार रुपए के अत्याधुनिक उपकरण प्रदान किए गए हैं।
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश रजक ने बताया कि प्राप्त उपकरणों में आईसीयू बेड, मल्टी पैरा मॉनिटर, डीफिब्रीलेटर, ईसीजी मशीन, एबीजी मशीन, कर्टेन, बेडसाइड लॉकर, आई.वी. स्टैंड, सक्शन मशीन, नेबुलाइज़र मशीन, कार्डियक टेबल, एडल्ट लैरिन्जोस्कोप, क्रैश कार्ट, ड्रग ट्रॉली, ड्रेसिंग ट्रॉली, बीपी इंस्ट्रूमेंट, अंबु बैग, ऑक्सीजन सिलेंडर, ग्लूकोमीटर, एयर मेट्रेस आदि शामिल हैं।
कार्यक्रम में डीईआईसी भवन में बच्चों के लिए राज्य सरकार की घोषणा अनुसार "मिशन मधुहारी टाइप 1 डायबिटीज क्लिनिक" का भी उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर दो बच्चों को ग्लूकोमीटर एवं ग्लूकोज स्ट्रिप का वितरण श्रीमती दीप्ति किरण माहेश्वरी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर एचडीएफसी बैंक के ज़ोनल हेड कुमार सौरभ, क्लस्टर हेड वरुण सोगानी, ब्रांच मैनेजर दीपक अग्रवाल, डॉक्टर फॉर यू संस्था से प्रेसिडेंट डॉ. रजत जैन एवं डायरेक्टर शंदीपन, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश कुमार रजक, डॉ. कृपाशंकर झीरवाल, नर्सिंग अधीक्षक प्रकाश चंद्र वैष्णव सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे। सभी अतिथियों का स्वागत उपर्णा, बुके एवं मोमेंटो भेंट कर किया गया।
अपने उद्बोधन में दीप्ति किरण माहेश्वरी ने कहा कि नवीन आईसीयू भवन के माध्यम से राजसमंद की जनता को सशक्त चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी। उन्होंने चिकित्सालय की सेवाओं में हो रहे सतत सुधार पर संतोष व्यक्त करते हुए भविष्य में और अधिक सुविधाएं जोड़ने की बात कही।
इस अवसर पर कई जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता, चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महिला एवं बाल चिकित्सालय के नर्सिंग अधीक्षक नाना लाल कुमावत द्वारा किया गया।
News-पेयजल आपूर्ति को सर्वोच्च प्राथमिकता
विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने साधारण सभा में दिए आवश्यक निर्देश
राजसमंद विधायक श्रीमती दीप्ति किरण माहेश्वरी ने जिला परिषद राजसमंद की साधारण सभा की बैठक में भाग लिया। बैठक में क्षेत्रीय विकास एवं जनकल्याण से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक गाँव एवं ढाणी तक स्वच्छ पेयजल की सतत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही बिजली आपूर्ति की समुचित व्यवस्था बनाए रखने तथा किसानों को सिंचाई, खाद, बीज और न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति, गुणवत्ता और पारदर्शिता पर भी विशेष जोर दिया गया। विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने की आवश्यकता पर बल देते हुए सभी विभागीय अधिकारियों को योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।
साधारण सभा की बैठक में जिला प्रमुख रतनी देवी, भीम विधायक हरिसिंह रावत, उप जिला प्रमुख सोहनी देवी गुर्जर, विभिन्न प्रशासनिक व विभागीय अधिकारी, कर्मचारी, जिला परिषद सदस्य एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
News-हीट वेव एवं मौसमी बीमारीयों को लेकर सर्तकता बरते - सीएमएचओ
राजसमंद। सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने हीट वेव एवं मौसमी बीमारीयों को लेकर सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों एवं चिकित्सा संस्थान के प्रभारी अधिकारीयों को सर्तकर्ता बरतने के लिये निर्देशित किया है । उन्होंने फिल्ड में कार्यरत सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं आशा सहयोगिनीयों के माध्यम से गर्मी एवं बारीश के इस दौर में घर-घर संपर्क कर आमजन को मौसमी बीमारीयों एवं हीट वेव को लेकर बरती जाने वाली सावधानीयों को लेकर जागरूक करने के लिये निर्देशित किया है।
सीएमएचओं ने बताया कि हीट वेव के कारण लू से कोई भी व्यक्ति ग्रसित हो सकता है। लेकिन बच्चे, वृद्ध, गर्भवती महिलाऐं धूप में व दोपहर में कार्यरत श्रमिक, यात्री, खिलाड़ी अधिक प्रभावित हो सकते है। लू व तापघात के कारण सिर का भारीपन व सिरदर्द, अधिक प्यास लगना व शरीर का तापमान बढ़ना, मुंह का लाल हो जाना व त्वचा का सूखा होना, अत्यधिक प्यास का लगना , बेहोश होना मुख्य लक्षण है। लू तापघात से बचाव के लिये बच्चो, वृद्धो, गर्भवती महिलाओं, श्रमिको को विशेष ध्यान रखना चाहियें तथा सीधे धूप में निकलने से बचना चाहियें, धूप में कार्य करना आवश्यक है तो ताजा भोजन करके, थोड़ी - थोड़ी देर में ठंडे पानी व तरल पदार्थो का सेवन करने के साथ ही छायादार स्थानो पर रहना चाहियें।
उन्होंने सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को नरेगा साईट्स की विजिट करने तथा श्रमिको को लू तापघात से बचाव व उपचार की जानकारी देने के साथ ही हैल्थ स्क्रीनिंग के लिये निर्देशित किया है। लू - तापघात से उपचार के लिये प्रभावित व्यक्ति को तुरन्त छायादार ठंडे स्थान पर लिटाने, उसके शरीर को गीले कपड़े से स्पंज करने, रोगी होश में हो तो तुरंत ठंडा पानी पिलाने एवं तत्काल नजदीकी चिकित्सा संस्थान पर पहुंचाना चाहिये।
उन्होंने बताया कि जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी, जिला एवं उपजिला चिकित्सालयो में लू - तापघात के उपचार के लिये आवश्यक सभी दवाईंयां, आरक्षित बेड्स के साथ ही समुचित प्रबंध सुनिश्चित किया गया है इसलिये रोगी को तत्काल नजदीकी चिकित्सा संस्थान पर पहुंचाया जाना चाहियें। डेंगू, मलेरीया से बचाव के लिये घर के आसपास ठहरे हुए पानी को तत्काल खाली करना चाहियें तथा घर में भी प्रति रविवार ड्राई डे आयोजित किया जाना चाहियें जिसमें पानी के सभी बर्तनो एवं साधनो को खाली करके सूखाना चाहियें जिससे मच्छरो के प्रजनन को रोका जा सके।
News-धरती आबा अभियान: 15 जून से 30 जून तक जागरूकता एवं लाभ संतृप्ति शिविरों का होगा आयोजन
राजसमंद। भारत सरकार द्वारा देश के जनजातीय समुदायों के समग्र और सतत विकास हेतु प्रारंभ किए गए दो महत्त्वाकांक्षी अभियानों-प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान तथा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत "धरती आबा अभियान - जागरूकता एवं लाभ संतृप्ति शिविर" का आयोजन 15 जून से 30 जून 2025 तक किया जाएगा। यह अभियान पारंपरिक प्रचार-प्रसार गतिविधियों से हटकर, जनजातीय क्षेत्रों में प्रत्यक्ष लाभ वितरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गांव, क्लस्टर स्तर पर लाभ संतृप्ति शिविरों के माध्यम से संचालित किया जाएगा। इन शिविरों में पात्र जनजातीय परिवारों और व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं के अंतर्गत व्यक्तिगत लाभ उपलब्ध कराए जाएंगे।
जनजाति कार्य मंत्रालय के अपर सचिव मनीष ठाकुर ने सभी जिला कलक्टर को निर्देश दिए हैं कि लाभ संतृप्ति शिविरों में आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड (PM-JAY), जाति एवं निवास प्रमाण पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम-किसान, जनधन खाता, बीमा योजनाएं (PMJJBY / PMSBY), सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मनरेगा, पीएम विश्वकर्मा, मुद्रा लोन, PMMVY, आंगनबाड़ी लाभ, टीकाकरण जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इन शिविरों का संचालन कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), स्थानीय प्रशासन, फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं तथा विभिन्न विभागों के समन्वय से किया जाएगा। स्वास्थ्य, खाद्य, पंचायती राज, ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय, कृषि, राजस्व सहित विभिन्न विभागों के सहयोग से इन शिविरों को प्रभावी और लाभकारी बनाया जाएगा। प्रत्येक जिले में सूक्ष्म कार्ययोजना, शिविर कैलेंडर और निगरानी तंत्र तैयार कर रीयल-टाइम लाभार्थी रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जाएगी।