राजसमंद-27 फ़रवरी 2024 की प्रमुख खबरे
News-राजसमन्द पुलिस द्वारा 12 वांछित अपराधियों को किया गिरफ्तार
जिला पुलिस अधीक्षक, मनिष त्रिपाठी आईपीएस के निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवलाल बैरवा व पुलिस उप अधीक्षक राजेन्द्रसिंह के सुपरविजन में थानाधिकारी श्रीमती प्रीति रत्नु द्वारा थाना देवगढ़ क्षैत्र में निवासरत संदिग्ध अपराधियों की धरपकड़ हेतु ठिकानो का चयन कर दिनांक 26.02.2024 को रात्री में देवगढ पुलिस द्धारा 5 स्थानो पर पुलिस अधिकारी/ कर्मचारियों की अलग-अलग टीमे बना कर वांछित व अन्य बदमाशान के संभावित ठिकानो पर दबिश दी गयी। जिस पर 12 संदिग्ध व्यक्ति मिले जिन्हे थाने पर लाकर पूछताछ की गयी। पूछताछ में उक्त व्यक्तियों की अपराधिक गतिविधियां सदिग्ध पाई जाने पर उक्त सभी बदमाशान को लोक शांति भंग के आरोप में गिरफतार कर न्यायालय में पेश किया गया।
गिरफ्तार अपराधियों के नाम पते
(1) पटेलाल पिता मुनगुलाल यादव उम्र 30 साल निवासी बहेरवा पोस्ट अर्थापुर जिला सीतापुर (उतर प्रदेश) (2) साजिद पिता हली हसन उम्र 28 साल निवासी करेसवा खुर्द थाना आर्दशमण्डी जिला सांभली उतरप्रदेश, (3) कासिम पिता ईलियाज उम्र 27 साल निवासी कसेरवा खुर्द थाना आर्दशमण्डी जिला सांभली उतरप्रदेश (4) तालिम पिता जमील उम्र 25 साल निवासी करेसवा खुर्द थाना आर्दशमण्डी जिला सांभली उतरप्रदेश (5) वाजिद पिता सोकिन उम्र 24 साल निवासी बिराल तहसील बड़ौद जिला बागपद उतरप्रदेश (6) इमरान पिता इस्लाम उम्र 28 साल निवासी जीढाणा थाना कान्दला जिला सांमली उतरप्रदेश (7) वसीम पिता समसार निवासी रमाला थाना बिराल जिला बागपत उतरप्रदेश (8) नाजिम पिता शोकिन उम्र 23 साल निवासी गांगनोली थाना दोगट जिला बागपत उतरप्रदेश (9) विष्णु पिता मुन्नानाथ उम्र 25 साल निवासी ददियाखेड़ी थाना विक्रमगढ़ जिला रतलाम मध्यप्रदेश (10) अमरनाथ पिता मोहननाथ उम्र 22 साल निवासी ददियाखेड़ी थाना विक्रमगढ़ जिला रतलाम मध्यप्रदेश (11) रामसागर पिता प्रभुनाथ उम्र 25 साल निवासी रनायरा पीर थाना जारड़ा जिला उज्जेन मध्यप्रदेश (12) अर्जुननाथ पिता लालुनाथ उम्र 21 साल निवासी डेयरी थाना विक्रमगढ़ आलोट जिला रतलाम मध्यप्रदेश होना बताया।
जिनको स.उ.नि. मय जाब्ता ने काफी समझाईश की मगर नही मान अपनी पूर्व की बात पर अडिग रहे व व मौके पर ही शान्ति भंग करने पर आमदा रहे एंव मौके पर कोई भी संज्ञेय अपराध कारित कर सकते थे जिस पर मौके पर ही फोरी शान्ति भंग होने का पूर्ण अन्देशा होने से एंव संज्ञेय अपराध की रोकथाम हेतु अलावा गिरफ्तारी के कोई रास्ता नही होने से गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश किये गये।
News-निःशुल्क आयुर्वेद शिविर आयोजित
आरोग्य समिति राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय नाथद्वारा व धन्वतंरी गुजरात हर्बल फार्मा के सहयोग से आज सुबह 10.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक चिकित्सालय परिसर गांधी रोड नाथद्वारा में निःशुल्क शुगर (मधुमेह), बी.पी. रोग एवं वात रोग तथा पंचकर्म सम्बन्धी आयुर्वेद चिकित्सा परामर्श शिविर आयोजन किया गया ।
शिविर प्रभारी डॉ. राजेन्द्र कुमार जॉगिड ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ धन्वतंरी गुजरात हर्बल फार्मा के जिला वितरक भूपेन्द्र श्रीमाली, एरिया प्रबन्धक गौतम नरुला एवं पूर्व जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ.हरीश गहलोत के कर कमलो द्वारा भगवान धन्वन्तरी को दीप प्रज्जवलित करके किया गया।
शिविर में डॉ. दिव्यप्रकाश स्वर्णकार व डॉ. गीतांजली के द्वारा 92 मरीजों की निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा परामर्श देकर उपचार व निःशुल्क दवाईयों का वितरण किया। शिविर में 52 मधुमेह मरीजों की ब्लड शुगर व बी.पी की निःशुल्क जांच की गयी।
शिविर प्रभारी डॉ. राजेन्द्र कुमार जॉगिड के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मधुमेह, बी.पी. व मोटापा अस्वस्थ जीवनशैली सें सम्बन्धित होने वाले रोग है। उचित स्वस्थ जीवनशैली व संतुलित आहार-विहार, योग प्राणायाम आसन आदि के द्वारा इन रोगो को ठीक किया जा सकता है। शिविर में वेरिकोज वेन सम्बन्धित मरीजों का 2 रक्तमोक्षण, कमर दर्द में 2 कटि बस्ती, घुटनो के दर्द में 2 जानुधारा व एडी दर्द में 2 मरीजों का अग्निकर्म एवं 2 मरीजो का स्वेदन-स्नेहन कर्म करवाया गया।
शिविर प्रभारी द्वारा बताया गया कि सायटिका, कमर दर्द, घुटने का दर्द व वेरिकोज वेन में रक्तमोक्षण कर्म व एडी के दर्द का उपचार अग्निकर्म द्वारा करने पर रोग की पुनरावृति नही होती है। शिविर में नर्सिग स्टॉफ छैल कंवर, लोकेश, पारुल, मधु, जशोदा, जितेन्द्र व चन्दा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
News-जिला क्षय निवारण केन्द्र में आयोजित हुई मल्टीसेक्टोरल बैठक
राजसमंद, 27 फरवरी। टी.बी मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य विभागो, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं निजी क्षैत्र के लोगो की महती भुमिका है। टी.बी रोग की रोकथाम के लिये आमजन में जागरूकता के साथ ही जिले में टी.बी स्क्रीनिंग को बढ़ावा देने में सभी लोग सहयोग जरूरी है। यह आव्हान सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने जिला क्षय निवारण केन्द्र राजसमंद सभागार में आयोजित मल्टीसेक्टोरल बैठक में व्यक्त किये।
उन्होंने कहा की यह कहते हुए प्रसन्नता है की जिला क्षय रोग अधिकारी के पद पर कार्यरत रहते हुए जिले ने समुचे देश में बेहतर प्रदर्शन किया और हमे ब्रांज मेडल मिला। निरंतर अच्छे प्रयासो और जिले की उपलब्धीयों के कारण राज्य से जल्दी ही 30 और नॉट मशीने मिलेगी जिससे टी.बी जांच जल्दी और गुणवत्तापूर्ण हो सकेगी। सीएमएचओं बनने के बाद अब सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमो में बेहतर प्रदर्शन के लिये प्रतिबद्धता रहेगी और सभी लोगो का सहयोग अपेक्षित रहेगा।
इससे पूर्व जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ राम निवास जाट ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से टी.बी रोग की गंभीरता, व्यापकता,लक्षण एवं उपचार को लेकर विस्तार से जानकारी दी और बताया की किस तरह स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य सामाजिक संस्थायें, विभाग और व्यक्ति मिलकर टी.बी मुक्त भारत के अभियान को सफलता के साथ पूरा कर सकते है। उन्होंने बताया की टी.बी रोग के आसान से लक्षण है दो हफ्ते से अधिक की खांसी, बुखार , वजन कम होना है जिसको पहचान कर आसानी से मरीज का उपचार शुरू करवाया जा सकता है। यह बिमारी लाइलाज नही है इसके लिये 6 माह तक नियमित दवाईंयो का सेवन कर रोगी पूरी तरह ठीक हो सकता है।
बैठक को स्टेट टी.बी सेल से टेक्नीकल सर्पोट टीम सदस्य कनिष्का एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन उदयपुर जोन सलाहकार डॉ आशुतोष शर्मा ने भी संबोधित किया तथा टी.बी रोकथाम के लिये समुदाय की सहभागिता के विभिन्न उपायो पर विस्तार से जानकारी दी। बैठक में रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से टी बी पोषण किट टी.बी मरीजो को बांटे गये। कार्यक्रम में खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक कुमार एवं अन्य गणमान्य लोगो ने सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल का उपरणा एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर अभिनन्दन किया।
कार्यक्रम में अन्य विभागीय अधिकारीयों के साथ ही, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधीगण, सामाजिक संगठन के प्रतिनिधीगण उपस्थित थे।
News-माॅनिटरिंग कमेटी की बैठक का हुआ आयोजन
राघवेन्द्र काछवाल अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमन्द के निर्देशानुसार जितेन्द्र गोयल, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश, राजसमन्द की अध्यक्षता में माॅनिटरिंग एवं मेंटरिंग कमिटी की बैठक का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में किया गया।
उक्त बैठक में समिति के समक्ष ऐसे 80 प्रकरणों को रखा गया जिनमें प्रार्थीगण को निःशुल्क विधिक सहायता के तहत अधिवक्ता को निःशुल्क पैरवी करने हेतु नियुक्त किया गया। उक्त बैठक में विधिक सहायता प्रदत्त प्रकरणों में प्रभावी पैरवी करने तथा शीघ्र निस्तारण के लिये त्वरित कार्यवाही करने हेतु न्यायिक अधिकारीगण एवं अधिवक्तागण को प्रेरित किया। बैठक में सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मनीष कुमार वैष्णव एवं अधिवक्ता रामचन्द्र देवपुरा उपस्थित रहे।