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Rajsamand-5 सितंबर 2024 की प्रमुख खबरे 

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News-नाथूवास तालाब के जल भराव क्षेत्र में रहवासी हो रहे परेशानी
राहत विशेष टास्क फोर्स बनाकर नाथुवास तालाब की समस्याओं को हाल करें अधिकारी-विश्वराज सिंह मेवाड़ 

राजसमंद 5 सितंबर। नाथुवास तालाब को लेकर कुछ माह पहले नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ द्वारा विधानसभा में व्यक्त की गई चिंता अब सही साबित हो रही है। उन्होंने विधानसभा में मुद्दा उठाते हुए कहा था कि बड़े तालाब हो या छोटे तालाब हों, उनकी आज दुर्दशा हो गई है। विशेष रूप से नाथुवास तालाब का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि नाथद्वारा स्थित नाथुवास तालाब की निकासी को ही बंद कर दिया गया। संबंधित विभाग को निकासी की मरम्मत करनी चाहिए थी ताकि यहाँ अनावश्यक जल भराव न हो, लेकिन मरम्मत के बजाय निकासी को ही चुन कर बंद कर दिया था। इसके साथ ही नाथुवास तालाब के जल भराव क्षेत्र में लोगों ने मकान भी बना लिए। 

नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने कहा है कि आज इस तालाब की सुरक्षा के नाम पर कोई पुख्ता तैयारी नहीं है, इस तालाब की पाल अगर फूटी तो पूरा नगर प्रभावित हो सकता है। आज यह तालाब पूरा भरने में से सिर्फ 4 इंच बाकी है, यह तालाब आने वाले वक्त में खतरे की घंटी बन सकता है। इस तालाब के भराव क्षेत्र में स्थित मकानों के निवासी अब परेशान हो रहे हैं क्योंकि पानी की निकासी नहीं होने से मकानों में पानी भरने लगा है। मेवाड़ ने कहा है कि इसके अलावा नाथुवास तालाब में निरंतर गंदा पानी भी घुलता जा रहा है जिससे यहाँ आस-पास के घरों में रहने वाले लोग भी परेशान हो चुके हैं। इस तालाब को पुनः पूर्व स्थिति में लाने की जरूरत है। समय रहते अब संबंधित विभागों के अधिकारियों को विशेष टास्क फोर्स बनाते हुए इस समस्या का निदान करना चाहिए। 

मेवाड़ ने विधानसभा में हाल ही में पूछे ये सवाल: विधायक मेवाड़ ने विधानसभा में पूछा कि प्रदेश में स्थित तालाबों की पाल के निरीक्षण और मरम्मत के लिए सरकार की क्या नीति है? नाथद्वारा और उदयपुर में उक्त कार्य कब-कब और किस विभाग द्वारा करवाया गया? विवरण सदन की मेज पर रखें। प्रदेश में तालाबों का जल स्तर तय करने का निर्णय किस स्तर पर किया जाता है? विवरण सदन की मेज पर रखें। साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि क्या यह सही है कि जल संसाधन विभाग के नियंत्रणाधीन बांधों एवं तालाबों का निरीक्षण मानसून पूर्व एवं मानसून पश्चात किया जाकर सुरक्षा प्रमाण पत्र जारी किया जाता है? यदि हां, तो विधान सभा क्षेत्र नाथद्वारा व उदयपुर के बांधों एवं तालाबों में वर्ष 2023 व 2024 में किए गए निरीक्षण के सुरक्षा प्रमाण पत्र की प्रति सदन की मेज पर रखें। 

जल स्रोतों के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत हैं विधायक नाथद्वारा विधायक मेवाड़ का यही प्रयास है कि जल स्रोतों का संरक्षण किया जा सके। उनका सदैव यह प्रयास रहा है कि जल स्रोतों का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके। उनके नेतृत्व में जल संरक्षण को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे क्षेत्र के पारंपरिक जल स्रोतों की रक्षा की जा सके और जल की निरंतर आपूर्ति बनी रहे। मेवाड़ जल संरक्षण की विभिन्न योजनाओं और अभियानों को सक्रिय रूप से समर्थन देकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि स्थानीय निवासियों को जल की कमी का सामना न करना पड़े। उन्होंने जल स्रोतों के पुनर्वास और संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाए हैं, ताकि भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित जल उपलब्ध हो सकेI

News-जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव संतोष अग्रवाल ने किया वृद्धाश्रम का निरीक्षण

राजसमंद। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) राघवेंद्र काछवाल के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव संतोष अग्रवाल द्वारा अवेयरनेस मॉड्यूल फॉर सीनियर सिटीजन के तहत वृद्धाश्रम मोही का निरीक्षण किया गया। अग्रवाल ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए तैयार अवेयरनेस मॉड्यूल फॉर सीनियर सिटीजन्स के तहत नालसा योजना 2016 (वरिष्ठ नागरिकों के लिए विधिक सेवाएं) के अंतर्गत आने वाले संवैधानिक व विधिक अधिकारों के बारे में उपस्थित सभी वरिष्ठ नागरिकों को जानकारी दी।

साथ ही निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। वक्त निरीक्षण कुल 08 वृद्धजन उपस्थित मिले, वृद्धजनों को मीनू अनुसार समय पर भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है, वृद्धजनों ने भोजन तथा अन्य सुविधाओं के प्रति संतोष व्यक्त किया। बिछोने के चद्दर व तकिये नियमित अंतराल में धुलवाने तथा बिस्तरों को धूप में रखने के निर्देश दिए। गृह में वृद्धजन पुरुषों व महिलाओं के लिए अलग-अलग कमरों की व्यवस्था है तथा वृद्धजनों के मनोरंजन हेतु गृह में टीवी लगी हुई है। चिकित्सक द्वारा दिनांक 17 अगस्त 2024 को वृद्धजनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। सभी वृद्धजन वृद्धावस्था जनित बीमारी के अलावा स्वस्थ हैं।

News-जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव अग्रवाल ने किया जिला कारागृह का निरीक्षण

राजसमंद। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) राघवेंद्र काछवाल, के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव एवं एडीजे संतोष अग्रवाल द्वारा जिला कारागृह का निरीक्षण कर कारागृह की भोजन, सफाई, आवास, सुरक्षा इत्यादि व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।

अग्रवाल ने बताया कि वक्त निरीक्षण कारागृह में कुल 111 बंदी निरुद्ध मिले। नवीन प्रवेशित बंदियो से संवाद किया गया सभी ने अपने प्रकरण में पैरवी हेतु अधिवक्ता नियुक्त होना बताया। कारागृह में कोई भी बंदी 18 साल से कम उम्र का निरूद्ध नहीं पाया गया। चिकित्सक द्वारा बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण करना बताया।

अग्रवाल ने कारागृह में सजायाफ्ता बंदियों की जानकारी प्राप्त की। बंदियों के मनोरंजन हेतु बैरक में टेलीविजन लगी हुई है तथा सुरक्षा के लिये लगाए गए सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील अवस्था में हैं। बंदियों से वार्ता करने पर उन्होंने किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने तथा भोजन व्यवस्था के प्रति संतोष व्यक्त किया। वक्त निरीक्षण जेल उपाधीक्षक, हेमन्त साल्वी उपस्थित रहे।

News-नाथद्वारा में निःशुल्क आयुर्वेदिक परामर्श शिविर का आयोजन

राजसमंद। नाथद्वारा नगरपालिका क्षेत्र में आरोग्य समिति राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय, नाथद्वारा और तत्व फार्मा, बैंगलोर के माध्यम से चिकित्सालय परिसर गांधी रोड, नाथद्वारा में निःशुल्क शुगर (मधुमेह), बी.पी. रोग, त्वक एवं वात रोग तथा पंचकर्म सम्बन्धी आयुर्वेद चिकित्सा परामर्श शिविर आयोजन किया गया। शिविर प्रभारी डॉ. राजेन्द्र कुमार जांगिड़ ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ  कमल भाटिया व श्री श्री तत्व फार्मा प्रतिनिधि क्रनवीन बंसल एवं पूर्व जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. हरीश गहलोत द्वारा भगवान धन्वन्तरी को दीप प्रज्जवलित करके किया गया।

डॉ. दिव्य प्रकाश स्वर्णकार व डॉ. गीतांजली के द्वारा 77 मरीजों की निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा परामर्श देकर उपचार व निःशुल्क दवाइयों का वितरण किया। शिविर में 32 मधुमेह मरीजों की ब्लड शुगर व बी.पी की निःशुल्क जांच की गयी। शिविर प्रभारी डॉ. राजेन्द्र कुमार जांगिड़ के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मधुमेह, बी.पी. अस्वस्थ जीवन शैली सें संबंधित होने वाले रोग है। उचित स्वस्थ जीवन शैली व संतुलित आहार-विहार, योग प्राणायाम आसन आदि के द्वारा  इन रोग को ठीक किया जा सकता है।

कमर दर्द में 4 कटि बस्ती, गर्दन दर्द में 4 ग्रीवा बस्ती घुटनों के दर्द में 7 जानु धारा व एडी दर्द में 3 मरीजों का अग्निकर्म एवं 2 मरीजो का स्वेदन-स्नेहन कर्म करवाया गया। शिविर प्रभारी द्वारा बताया गया कि सायटिका, कमर दर्द, घुटने का दर्द व वेरीकोज वेन में रक्तमोक्षण कर्म व एडी के दर्द का उपचार अग्निकर्म द्वारा करने पर रोग की पुनरावृत्ति नहीं होती है। शिविर में ब्लॉक आयुर्वेद अधिकारी डॉ ललित सैनी, योगा प्रशिक्षक प्रवीण सनाढय, नर्सिग स्टॉफ छैल कंवर, जशोदा,दीपक, कंचन, अन्नू सिंह, पंकज, जितेन्द, महेश व चन्दा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।