GITS में गणतंत्र दिवस धुमधाम से मनाया गया
भारतीय संविधान की खुबसूरती यही हैं कि यहां न कोई छोटा ना कोई बडा सभी बराबर हैं- डाॅ. राठौड़
उदयपुर। गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर में गणतंत्र दिवस धुमधाम से मनाया गया। संस्थान निदेशक डाॅ. एन. एस. राठौड ने 75वें गणतंत्र दिवस पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश को आजाद होने के पश्चात् देश को चलाने के लिए ऐसा संविधान चाहिए था। जो समाज के साथ-साथ हर व्यक्ति के लिए समान हो जहां हर व्यक्ति खुली हवा में सांस ले सके। जहां सभी के लिए समान कानून हो। यह सपना बाबा भीमराव अम्बेडकर के अतुलनीय योगदान से संभव हो पाया हैं।
भारतीय संविधान विश्व के सभी संविधान से सर्वश्रेष्ठ हैं। इस संविधान में हर समुदाय का ख्याल रखा गया है। 140 करोड देशवासी अपनी इस संविधान पर गर्व महसूस करते हैं। भारतीय संविधान के 28 राज्य व 08 केन्द्र शासित प्रदेश में न कोई छोटा हैं न कोई बडा हैं सभी को बराबर का अधिकार है जो भारत की संस्कृति में अनेकता में एकता को दर्शाती हैं।
भारत का संविधान विश्व का सबसे बडा एवं लिखित संविधान हैं। जिसमें 1721 प्रकार भाषाओं व उपभाषाओं का विधान हैं। अपने इस मजबूत लोकतंत्र एवं संविधान लागू करने की खुशी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर एम.बी.ए. निदेशक डाॅ. पी.के. जैन एवं वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड ने भी गिट्स परिवार को अपनी शुभकामनाएं देते हुए सभी को देशहित में कार्य करने के लिए प्रेरित किया।