शहरवासी घबराएं नहीं, अधिकांश पॉजीटिव केस एक ही क्षेत्र से-कलक्टर
अच्छी बात, तेजी से ठीक भी हो रहे संक्रमित, उदयपुर में किसी की कंडीशन क्रिटीकल नहीं: सीएमएचओ
उदयपुर, 15 मई 2020। जिला कलक्टर श्रीमती आनंदी ने कहा है कि पिछले सप्ताह भर में उदयपुर शहर के एक ही क्षेत्र से बड़ी संख्या में कोरोना पोजीटिव केस आए है, शेष जो केस आए है वो भी इन क्षेत्रों में आने-जाने वाले या इनके संपर्क वाले ही है, ऐसे में किसी भी स्थिति में शहरवासियों को डरने की जरूरत नहीं है, शहर के हर मोहल्ले पर प्रशासन की पूरी निगाह है, लगातार सेंपलिंग की जा रही है ऐसे में अगले कुछ और दिनों तक ऐसे केसेज आएंगे, सभी लोग सतर्क रहें और कंटेंटमेंट जोन व कर्फ्यू के प्रावधानों का पालन करें, जल्द ही हम इन स्थितियों से निकल जाएंगे।
कलक्टर श्रीमती आनंदी शुक्रवार को यहां जिला परिषद सभागार में एसपी कैलाश चन्द्र विश्नोई और सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी के साथ मीडियाकर्मियों को संबोधित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि संक्रमण नहीं फैले, इसलिए ही कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। लगातार सेंपलिंग जारी है, पहले दिन संक्रमित पाए गए क्षेत्र के 100 मीटर वाले क्षेत्र में, फिर 500 मीटर और फिर एक किलोमीटर क्षेत्र में इसे बढ़ाया गया है। ऐसे में अगले दो दिन में और भी केसेज आएंगे, ऐसी स्थिति में पन्द्रह दिनों में स्थिति सामान्य हो जाती है। उन्होंने कहा कि पिछले 8 दिन में 3 हजार 700 सैंपल लिए हैं और इसमें से जो केसेज आए हैं वो मात्र 8 प्रतिशत ही है, जो काफी कम हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कंटेनमेंट जोन और कर्फ्यू क्षेत्र में किसी को कोई छूट नहीं मिलेगी। जो व्यवस्था अभी तक रही है, वही रहेगी।
अच्छी बात, तेजी से ठीक भी हो रहे संक्रमित
कलक्टर आनंदी ने बताया कि आरएनटी से प्राप्त हुए आंकड़ों में एक अच्छा ट्रेंड देखने में आया है, कि 50 साल से कम उम्र के जो संक्रमित लोग हैं, उनकी 4 से 5 दिन में ही नेगेटिव रिपोर्ट आ रही है। मतलब वे तेजी से ठीक हो रहे हैं और 50 साल से अधिक उम्र के लोगों की रिपोर्ट भी नेगेटिव आ रही है।
सिर्फ 3 में ही लक्षण थे, बाकि किसी में नहीं
कलक्टर आनंदी ने बताया कि अब तक 354 पॉजीटिव केस आए हैं। इनमें से 289 कांजी का हाटा के हैं या ऐसे हैं जो कांजी का हाटा क्षेत्र के लोगों से या क्षेत्र के संपर्क में थे। संक्रमण के तीन स्रोत माने हैं, पहले प्रवासी श्रमिक, दूसरे हॉस्पिटल में काम कर रहे मेडिकल स्टाफ और तीसरा कांजी का हाटा। उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिकों में एक अच्छी बात दिख रही है, कि वे खुद होम क्वॉरंटीन हो रहे हैं।
घरों में रहे तो संक्रमण से बचेंगे
कलक्टर ने बताया कि आज करीब 1000 श्रमिक उदयपुर जिले में ट्रेन से आए हैं। इनकी निगरानी की जा रही है। हो सकता है कि केस बढ़े, ऐसे में जिले के लोग बढ़ती हुई संख्या देखकर घबराएं नहीं, बस अपने घरों में रहे तो संक्रमण से बचे रहेंगे। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल स्टाफ को नियमानुसार ड्यूटी के बाद क्वॉरंटीन किया जा रहा है।
सुपर स्प्रेडर पर भी निगाहें
कलक्टर ने बताया कि कांजी का हाटा क्षेत्र के सुपर स्प्रेडर अर्थात् सब्जी, दूध, किराणा आदि व्यवसायियों पर भी जिला प्रशासन की पूरी निगाह है। मनें इन सभी के टेस्ट करवा लिए हैं। अब तक इनमें सिर्फ दो पॉजिटिव केस आए हैं।
कर्फ्यूवाले क्षेत्र में आवश्यक सामग्री आपूर्ति की व्यवस्थाएं
कलक्टर ने बताया कि शहर के 30 हजार से अधिक आबादी वाले प्रभावित क्षेत्र में कुछ समस्याएं तो आएंगी। प्रशासन द्वारा कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र के निवासियों को दूध, सब्जी और राशन की समस्या न हो इस दृष्टि से 100 से ज्यादा गाडि़यां चला रखी है जो कि संबंधित क्षेत्रों में लगातार घूमते हुए आपूर्ति कर रही है। संकड़ी गलियों वाले मोहल्लों में पाइंट तय कर रखें हैं जहां आकर लोग सामान ले सकते हैं।
पुलिस सख्ती से करवाएगी कर्फ्यू की पालना: एसपी
प्रेस वार्ता दौरान एसपी कैलाश चन्द्र विश्नोई ने बताया कि धानमंडी, घंटाघर का पूरा थाना क्षेत्र और सूरजपोल थाना क्षेत्र के एक तिहाई हिस्से में सख्त कर्फ्यू लागू है वहीं शेष नगरनिगम क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया हुआ है। उन्होंने आह्वान किया कि लोग घर से बाहर न निकलें। उदयपुर शहर के अंदर किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मीडियाकर्मियों के सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि घंटाघर थाना क्षेत्र में समस्त पुलिसकर्मियों की टेस्टिंग करवा दी गई है। सेनेटाईज़र और मास्क भी उपलब्ध कराए गए हैं। इसी प्रकार नए बंदियों को भी जांच के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है।
उदयपुर में किसी की कंडीशन क्रिटीकल नहीं: सीएमएचओ
प्रेस वार्ता दौरान सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि उदयपुर में अभी एक भी क्रिटिकल कंडीशन में नहीं है। अधिकतर संक्रमित ऐसे हैं, जिनमें कोई लक्षण नहीं हैं। अभी तक उदयपुर में 8 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है, उन्हें भी अभी डिस्चार्ज नहीं किया जाएगा। वे 14 दिन निगरानी में रहेंगे।