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उदयपुर समेत  राजस्थान के 6 ज़िलों  में फिर बन रहे हैं हॉटस्पॉट | कहीं इंदौर और भोपाल के बाद...

गहलोत सरकार ले सकती है सख्त एक्शन - उदयपुर में कोरोना ब्लास्ट हुआ वैसे धीरे धीरे कोरोना की सेम्पलिंग बड़ी है। सेम्पलिंग बढ़ने के साथ कोरोना मरीजों की संख्या में भी इज़ाफा हुआ है। लेकिन अभी भी लोगों में कोरोना की जांच कराने को लेकर भय है।
 
  • 16 मार्च को राजस्थान में सबसे ज्यादा मरीज उदयपुर में पाए गए 
  • उदयपुर में 1 मार्च से लेकर 16 मार्च का आकंड़े देखे जाए तो सबसे ज्यादा कोरोना मरीज 5 मार्च और 16 मार्च को देखने को मिले है
 

कोरोना महामारी के मामले मार्च महीने में फिर से बढ़ते हुए नजर आ रहे है। मरीजों की संख्या धीरे धीरे बढ़ती हुई दिख रही है। कोरोना मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए राजस्थान की गहलोत सरकार जल्द ही सख्त एक्शन ले सकती है।

उदयपुर की बात करें तो उदयपुर में सेम्पलिंग होना धीरे-धीरे कम हो गई थी। कोरोना की जांच कम होने से कोरोना के मामले भी कम देखने को मिल रहे थे। जैसे ही उदयपुर में 5 मार्च को सरकारी अंध विद्यालय के 28 बच्चे एक साथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इससे प्रशासन एंव चिकित्सा विभाग में हड़कम्प मच गया। इसके साथ ही 9 मार्च को मधुबन स्थित कस्तूरबा जनजाति बालिका आश्रम छात्रावास की 7 छात्राए यानि कुल 16 छात्राएं और 2 होमगार्ड के भी पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन का ओर से सख्ती की गई और उस क्षेत्र में कर्फूयू लगा दिया गया । जैसे ही उदयपुर में कोरोना ब्लास्ट हुआ वैसे धीरे धीरे कोरोना की सेम्पलिंग बड़ी है। सेम्पलिंग बढ़ने के साथ कोरोना मरीजों की संख्या में भी इज़ाफा हुआ है। लेकिन अभी भी लोगों में कोरोना की जांच कराने को लेकर भय है।

उदयपुर में 1 मार्च से लेकर 16 मार्च का आकंड़े देखे जाए तो सबसे ज्यादा कोरोना मरीज 5 मार्च और 16 मार्च को देखने को मिले है। 16 मार्च को 43 पॉजिटिव मिले। जिसमें 15 क्लोज कांटेक्ट और 28 नए केस है। मार्च माह में कुल अब तक 407 मरीज मिल चुके है। यदि इसी तरह कोरोना मरीजों का आकड़ा धीरे- धीरे बढ़ता जाएगा तो प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़ सकते है। आने वाले दिनों में त्योहार और लोगों के जमावड़े पर सरकार सख्त कदम उठाने पर मजबूर हों सकती है। और इसमे कोई हैरानी कि बात नहीं है, क्योंकि पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना संक्रमण को काम होते देख आमजन में बीमारी का खौफ कुछ खत्म सा होता दिख रहा है और सरकार के आदेशों के बावजूद covid से बचाव के पहलुओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

राजस्थान की बात करें तो 16 मार्च को 241 नए मामले सामने आए है। इस महीने के अब तक 16 दिनों में राज्य में कुल 3000 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। इसमें 65% मरीज तो केवल उदयपुर, भीलवाड़ा,  जयपुर,  कोटा, जोधपुर और डूंगरपुर जिले में मिले हैं।  राजस्थान में जयपुर के अलावा उदयपुर में 43,  अजमेर 23, राजसमंद 25  बांसवाड़ा में 15 मरीज मिले हैं।

मंगलवार को 241 लोग कोरोना संक्रमित मिले, 151 मरीज ठीक हुए और एक की मौत हो गई। राज्य में अब तक 3.23 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3.18 लाख ठीक हो चुके हैं, जबकि 2,791 मरीजों की मौत हो गई। 2,661 का इलाज चल रहा है। इसके साथ ही राजस्थान के 3 जिलों में सबसे ज्यादा मरीजों का आकड़ा सामने आया है, जिसमें उदयपुर में 43, जयपुर 31 और कोटा में 26 मरीज़ सामने आए हैं। 

देश में अब तक कुल 1 करोड़ 14 लाख 38 हजार 464 लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 1 करोड़ 10 लाख 43 हजार 337 ठीक हुए हैं। 1 लाख 59 हजार 79 ने जान गंवाई है, जबकि 2 लाख 31 हजार 335 का इलाज चल रहा है