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साइप्रस में जहाज़ में फंसे उदयपुर के संजीव सिंह समेत 10 भारतीय

संजीव सिंह की पत्नी श्वेता सिंह राठौड़ ने जिला प्रशासन से अपनी पति की मदद की गुहार लगाई है

 

10 भारतीयों के आलावा 3 विदेशी भी फंसे जहाज़ में 

उदयपुर 4 सितंबर 2021। साइप्रस बंदरगाह पर फंसे एमवी मैरीन नाम के एक जहाज में को पायलट पति संजीव सिंह की पत्नी उदयपुर निवासी श्वेता सिंह ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। श्वेता सिंह ने बताया की उनके पति के साथ अन्य 10 भारतीयों और 3 विदेशी नागरिकों की जान भी खतरे में हैं। इस सम्बंध में उन्होंने भारतीय राजदूतावास को पत्र लिखने के साथ ही स्थानीय प्रशासन से भी सम्पर्क किया है। 

दरअसल मामला जहाज की बिक्री को लेकर हुए करार का बतलाया जा रहा है। कम्पनी ने जहाज को बेच दिया है ऐसे में जहाज में कार्य करने वाले कर्मचारी उलझ गए हैं जो जहाज में कार्य करते थे। जहाज का विक्रय होने के बाद न तो जांच के कर्मचारियों को कोई सुविधा मिल पा रही है ना ही समय पर वेतन मिल पा रहा है ना खानापीना। कर्मचारियों की जान हलक में अटकी हुई है ऐसे में परेशान पत्नी ने जिला प्रशासन से अपनी पति की मदद की गुहार लगाई है।

को-पायलट संजीव सिंह की पत्नी श्वेता सिंह राठौड़ ने बताया की उनकी पति से व्हाट्सएप कॉल पर मुश्किल से बात हो पा रही थी। शुक्रवार शाम के बाद अब कोई संपर्क नहीं है। पांच दिनों से खाना नहीं मिलने से अब उनकी तबीयत भी खराब है। जहाज के सभी क्रू मेंबर्स एक तरह से बंधक बना गए हैं। कई बार उन्हें समुद्र के पानी को पीने को मजबूर होना पड़ रहा है।

श्वेता सिंह ने बताया की तक़रीबन एक महीने से फंसे इन लोगो को साइप्रस पोर्ट अथॉरिटी से भी कोई मदद नहीं मिल पा रही है। ऐसे में भारतीय विदेश मंत्रालय के तुरंत हस्तक्षेप से ही मदद मिल सकती है। शिप के सदस्यों ने भी भारत सरकार से सम्पर्क किया मगर उन्हें कोई मदद नहीं मिली है। कंपनी की ओर से क्रु सदस्यों पर लीबिया जाने की दबाव है। जबकि भारतीय एडवाइजरी के अनुसार लीबिया नहीं जाने की सलाह है। क्रु के लोग अब वापस भारत लौटना चाहते है।

जानकारी के मुताबिक एमवी मरीन शिप अब लीबिया की नई कम्पनी का है पहले इसका नाम एस सी एस्त्रा (SC Astrea) था और यह नॉर्वे का शिप था। श्वेता ने बताया कि उनके पति ने फोन पर खबर दी है कि पिछले पांच दिनों से उन्हें भोजन और पानी नही मिला है। लीबियन कम्पनी की तरफ से धमकियां मिल रही हैं। शिप में संजीव सिंह सेकंड ऑफ़िसर हैं जबकि विजय स्वामी चीफ़ ऑफ़िसर और एलेक्जेंडर बाइको कैप्टन हैं। पिछले करीब 36 घण्टे से श्वेता पति की सही सलामत वापसी का इंतज़ार कर रही हैं। संजीव ने अपने परिवार को शुक्रवार को कुछ फोटो-वीड़ियों भेजे है, जिसमें उन्होंने सरकार से जान बचाने की गुहार लगाई है।

शिप में उदयपुर राजस्थान के संजीव सिंह, तमिलनाडु के विजय शेखरन, महाराष्ट्र के सुनील, यूपी के अवधेश, बिहार के चंदन कुमार, ऋषभराज, युपी के प्रतीक गौड़, हरियाणा के योगेश, केरल के सुमेश सुधाकरन, बीनूू थोमस, पश्चिम बंगाल के महबूब ज़ैदी सहित रशियन कैप्टन एजेक्जेंडर, इटालियन हुसाम नाजर और युक्रेन के क्लिस्टोव शामिल है।

वहीं उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा ने भी इस मामलें के ध्यान में आने पर चिंता जताई और पूरी जानकारी विदेश मंत्रालय से संपर्क कर संजीव को वापस लाने का आश्वासन दिया है।