मेजर मुस्तफा बोहरा को मरणोपरांत शौर्य चक्र
मां ने नम आंखों से कहा - उसने मेवाड़ का नाम रोशन किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस 2023 की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों को 76 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी है। 76 वीरता पुरस्कारों में 4 कीर्ति चक्र (मरणोपरांत), 5 मरणोपरांत सहित 11 शौर्य चक्र, 2 बार टू सेना पदक (वीरता), 52 सेना पदक (वीरता), 3 नौसेना पदक (वीरता) और 4 वायु सेना पदक (वीरता) शामिल हैं।
मरणोपरांत शौर्य चक्र पाने वालों में उदयपुर के मेजर मुस्तफा बोहरा और मेजर विकास भांभू, राजपूताना राइफल्स के हवलदार विवेक तोमर, राइफलमैन कुलभूषण मंटा शामिल है.
मुस्तफा के शौर्य चक्र देने के ऐलान पर मां की आंखें भर आई और कहा कि मुस्तफा पर उन्हें फख्र है कि उसने राजस्थान का, मेवाड़ का नाम रोशन किया है। मां फातेमा बोहरा ने कहा कि शहीद होना एक शब्द नहीं है, यह उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि जैसे ही राष्ट्रपति भवन से मुस्तफा को शौर्य चक्र के लिए नाम ऐलान हुआ तो हमे बड़ा गर्व हुआ। मुस्तफा को शुरू से ही अवार्ड लेने का बड़ा शौक था। वह मानता था कि जीवन में आगे तेजी से बढ़ना है और सक्सेस के अलावा और कोई गोल हो ही नहीं सकता।
अक्टूबर 2022 में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए मुस्तफा
उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील के खेरोदा गांव में जन्मे मुस्तफा अक्टूबर माह 2022 को अरुणाचल प्रदेश में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हो गए थे। वे मिशन पूरा कर वापस लौट रहे थे तब हेलिकॉप्टर में आग लग गई थी। उस समय हेलिकॉप्टर को नीचे उतारा जा सकता था लेकिन नीचे मेकिंग नाम की जगह थी और वह आबादी क्षेत्र के साथ-साथ आर्मी का बेस था ऐसे में बड़ी जन हानि की तस्वीर मुस्तफा के सामने थी तो इसलिए वहां हेलिकॉप्टर नहीं उतारा और उसे जंगल की तरफ मोड़ दिया और यह हादसा हो गया।