×

ग्रीष्मकालीन शिविर का समापन कल 

भारतीय लोक कला मण्डल में लगभग 100 बच्चों ने अपना पंजीयन कराया

 

29 मई 2024, सीसीआरटी क्षैत्रिय केन्द्र, उदयपुर एवं भारतीय लोक कला मंडल के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 20 मई 2024 से आयोजित 10 दिवसीय ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर का समापन 30 मई को होगा।

भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ. लईक हुसैन एवं सीसीआरटी क्षेत्रीय केंद्र, उदयपुर के परामर्शक ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि बच्चों में समेकित शिक्षा के प्रसार के उद्वश्यों को लेकर भारतीय लोक कला मण्डल में दिनांक 20 से 30 मई, 2024 तक 07 से 16 वर्ष तक आयु वर्ग के बच्चों हेतु 10 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर “इंद्रधनुष -2024” भारतीय लोक कला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया जिसमें लगभग 100 बच्चों ने अपना पंजीयन कराया।

भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर के निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने  बताया कि 10 दिवसीय शिविर में  प्रसिद्ध नाट्य निर्देशक प्रबुद्ध पाण्डे ने नाटक एवं मुखाअभिनय का प्रशिक्षण बच्चों को दिया तथा एक लघु नाटक ‘‘बच्चों का झगड़ा’’ तैयार किया जिसका मंचन 30 मई को होगा। शिविर में लोक नृत्यों का प्रशिक्षण शीप्रा चर्टजी द्वारा दिया जाएगा। शिविर के समापन अवसर पर बच्चों द्वारा राजस्थानी लोक नृत्य की प्रस्तुति भी दी जाएगी। इसके साथ ही मोहन डांगी द्वारा बच्चों को दस्ताना पुतली बनाने का प्रशिक्षण दिया गया जिसमें बच्चों द्वारा दस्ताना पुतली का निमार्ण किया गया है जिसकी प्रदर्शनी समापन समारोह के अवसर पर लगाई जाएगी।

आर्ट एण्ड काफ्ट्र के तहत पंकज मालवीया, सीमा कंठालिया एवं मोहम्मद समीर द्वारा बच्चों को विभन्न शिल्पों से अवगत कराते हुए उन्हें बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें प्राकृतिक अपशिष्ट से बने खिलौने, पेंड-पौधों, फल, सब्जियों के छिलके, बीज, अनाज एवं दालों से  खिलौना बनाना बच्चों को सिखाया गया। 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में बनाए गए सभी शिल्पों की प्रदर्शनी समापन समारोह के अवसर पर लगाई जाएगीं

उन्होंने बताया कि समापन समारोह दिनांक 30 मई 2024 को भारतीय लोक कला मण्डल के गोविन्द कठपुतली प्रेक्षालय में सांय 4ः00 बजे प्रारम्भ होगा, जिसमें 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में तैयार किए गए लोक नृत्य एवं नाटक का मंचन होगा तो शिल्प एवं क्राफ्ट प्रशिक्षण के दौरान तैयार कि गई विभिन्न वस्तुएँ, खिलोनें एवं दस्ताना पुतली की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।