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बच्चों के लिए अब सुपरस्पेशलिटी क्लिनिक की शुरुआत

बाल चिकित्सालय में मौजूद अलग अलग रोग के विशेषज्ञ इलाज करेंगे

 
गंभीर बीमारी या उसकी आशंका में अब तक यह व्यवस्था नहीं होने से बच्चो को एम बी चिकित्सालय में व्यस्को के चिकिस्तकों के पास रेफर करना पड़ रहा था।  

उदयपुर में बच्चो के लिए अब सुपर सुपरस्पेशलिटी क्लिनिक की शुरुआत की गयी जहाँ बाल विशेषज्ञ बच्चो का इलाज करेंगे।  दरअसल, पहले बच्चो को कोई गंभीर बीमारी होने पर परिजन को महाराणा भूपाल चिकित्सालय में मौजूद विशेषज्ञ के पास जाना होता था जहाँ  सीनियर - जूनियर चिकित्सको के देखने के बाद किसी बच्चे में सम्बंधित रोग के लक्षण पाए जाते तो चिकित्सक उन्हें एमबी चिकित्सालय के डॉक्टरों के पास रेफर कर रहे थे। 

उस दौरान चिकित्सको को वयस्कों के साथ- साथ बच्चो का भी निरीक्षण करना पड़ता था जिसके चलते इलाज में उन्हें काफी दिक्कते होती थी लेकिन अब बच्चो के के लिए विशेषज्ञ चिकित्सालयों की तरफ दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी क्योंकि अब बाल चिकित्सालयों में बाल विशेषज्ञ द्वारा परामर्श के साथ वहीँ पर उनका उपचार भी होगा जहाँ साथ ही बच्चों के लिए सुपरस्पेशलिटी क्लिनिक खोला गया है जहाँ अलग-अलग दिन विशेषज्ञ अपनी सेवाएँ देंगे। 

हालाँकि फ़िलहाल बाल चिकित्सक प्रशिक्षण ले रहे है अपनी -अपनी विंग में मशीनों उपकरणों लगाने की तैयारी की जा रही है। ज्यादातर समस्या कार्डियोलॉजी, नेफ्रालॉजी, न्यूरो, अस्थमा जैसे रोगो में देखने को मिलती थी इसलिए इन समस्या को देखते हुए सुपर सुपरस्पेशलिटी क्लिनिक प्रारम्भ किया गया।  

सुपर सुपरस्पेशलिटी क्लिनिक का समय प्रातः 10 से 12 बजे तक कमरा नंबर 504 एंव ओपीडी नंबर 3 में सेवाएँ जारी रहेगी।  

इन समय और दिन पर बीमारियों का निरिक्षण और परामर्श 

सोमवार - (फॉलोअप न्यू बोन क्लिनिक ) डॉ. सुरेश गोयल/डॉ अनुराधा सनाढ्य 
शुक्रवार - डॉ विवेक अरोरा/ डॉ सुरेश चव्हान  

यहाँ पर एनआईसीयू में उपचार के बाद सभी शिशुओं को फॉलोअप के रूप में इलाज किया जाएगा यहाँ पर आरओपी, ओएई, अरली इंटरवेन्शन, इम्यूनाइजेशन की सुविधा उपलब्ध होगी।  

सोमवार - एंडोक्रिनोलॉजी - डॉ बी एल मेघवाल/ डॉ बहादुर सिंह टाइप -1 - डाइबिटीज बाल मरीजों को इलाज एवं उनकी स्कीनिंग की जाएगी। लम्बाई नहीं बढ़ना आदि हार्मोन्स रोगो का परामर्श किया जाएगा।  

मंगलवार- न्यूरोलोलोजी एंड चाइल्ड साइकोलॉजी क्लिनिक डॉ लाखन पोसवाल / डॉ भूपेश जैन - यहाँ पर सभी तरह के न्यूरो सम्बंधित रोगो का परामर्श एवं इलाज किया जाएगा।  चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट डॉ हर्षिता पंचोली की कॉउंसलिंग के साथ ही मानसिक विकास (डव्लपमेंट एसेसमेंट) भी करेगी।  इस विंग में एमआरई, ईईजी की सुविधा भी उपलब्ध होगी, डॉ लाखन पोसवाल रेयर डिजीज़ केस में परामर्श भी देंगे।  

मंगलवार (कार्डियोलॉजी क्लिनिक ) डॉ राजेंद्र चंदेल / डॉ कमलेश बामनिया - इस विंग में हिमो डायलिसिस की सुविधा फ़िलहाल उपलब्ध नहीं है लेकिन शीघ्र प्रारम्भ की जाएगी।  पी डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही कुपोषित बच्चो के फ़ॉलोअप परामर्श भी किया जाएगा।  

बुधवार (रेस्पिरेट्री क्लिनिक) डॉ. मोहम्मद आसिफ/ डॉ निशांत डांगी - यहाँ अस्थमा एंव एलर्जी क्लिनिक शुरू किया जाएगा।  जहाँ पर बच्चो में अस्थमा एवं लम्बी खांसी से पीड़ित बच्चो को परामर्श एंव इन्हलेशन थेरेपी का परामर्श किया जाएगा।  इस विंग में एलर्जी टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध होगी। एलर्जी का आधुनिक तरीका एसपीटी (स्क्रीन प्रीक टेस्ट) के द्वारा किया जाएगा उदयपुर शहर में सर्वप्रथम शुरू किया गया है। यहाँ पर स्पाइरोमेट्री की सुविधा जल्द ही शुरू की जाएगी। इस विंग में तैनात अस्थमा एंव एलर्जी क्लिनिक के इंचार्ज डॉ आसिफ संभाग के पहले पीड्रिटिक अस्थमा एलर्जी सर्टिफाइड चिकित्सक है।  

बाल चिकित्सालय में सुपरस्पेशलिटी क्लिनिक की व्यवस्था की गयी है। जहाँ बाल चिकित्सालय में मौजूद अलग अलग रोग के विशेषज्ञ इलाज करेंगे। इस काम के लिए अभी प्रशिक्षण किये जा रहे है और मशीन व उपकरण स्थपित किये जा रहे है। गंभीर बीमारी या उसकी आशंका में अब तक यह व्यवस्था नहीं होने से बच्चो को एम बी चिकित्सालय में व्यस्को के चिकिस्तकों के पास रेफर करना पड़ रहा था।  

बाल चिकित्सालय की वर्तमान स्थिति 

- बाल चिकित्सालय में कुल बेड - 325 
- 24 घंटे में ओपीडी - करीब 500 
- कुल चिकित्सक सीनियर-जूनियर 11 
- कुल सीनियर रेजिडेंट - 5 
- कुल रेजिडेंट - 23