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शिक्षको को गैर शैक्षणिक कार्यो से मुक्त करने हेतु शिक्षक संघ ने किया जोरदार प्रदर्शन

राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ ने प्रदर्शन करने के बाद जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्य सचिव को भेजा ज्ञापन

 

शिक्षकों को उनके मूल कार्य छात्रों को पढ़ाने , कक्षा शिक्षण से दूर कर मनमाने ढंग से गैर शैक्षणिक कार्यों में लगाने के विरोध में राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ के प्रदेशव्यापी आव्हान के तहत शिक्षको ने प्रदेश अध्यक्ष शेर सिंह चौहान के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्य सचिव के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शिक्षकों को सभी प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त कराए जाने की मांग की।

जिलाध्यक्ष प्रथम सतीश कुमार जैन व जिलामंत्री कमलेश कुमार शर्मा ने बताया कि सरकार को भेजे ज्ञापन में लिखा है कि शिक्षक वर्ग को शिक्षक ही रहने दिया जाए और उनको मूल कार्य बच्चों के पढ़ाने से विमुख नहीं कर अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 27 की पालना सुनिश्चित कर वर्षभर चलने वाला गैर शैक्षिक कार्य बीएलओ सहित सभी प्रकार के लिए जा रहे गैर शैक्षणिक कार्यों से पूरी तरह मुक्त कराए जाने तथा विभिन्न स्कूलों के संस्था प्रधान ,पोषाहार प्रभारी, एकल अध्यापक, ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी व नगरपालिका क्षेत्रों पर लगावे गये बीएलओ, एक ग्राम पंचायत में दूरस्थ दूसरी ग्राम पंचायतों के शिक्षकों को बीएलओ के रूप में लगाया गया है, ऐसे सभी कार्मिकों को बीएलओ के दायित्व से मुक्त कराने की मांग की है।

उदयपुर द्वितीय के जिलाध्यक्ष स्वरुप सिंह शक्तावत वजिलामंत्री रूप लाल मीणा ने बताया कि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष शेर सिंह चौहान व प्रदेश महामंत्री राजेश शर्मा के संयुक्त हस्ताक्षर युक्त सरकार को भेजे ज्ञापन में लिखा है कि समय-समय पर जारी आदेशों के तहत 10 वर्षीय जनगणना, निर्वाचन तथा आपदा प्रबंधन के कार्यों के अतिरिक्त शिक्षकों को किसी भी गैर शैक्षणिक कार्य में नहीं लगाने के आदेश जारी किए हुए हैं। लेकिन उच्चतम न्यायालय तथा राज्य सरकार के ऐसे सभी जारी आदेशों को दरकिनार कर वर्तमान में शिक्षकों को उनके मूल कार्य से विमुख कर अनेक प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों में लगाकर बहुउद्देशीय कर्मचारी बना दिया गया है। हालत यह हैं कि राज्य भर में जिला एवं उपखंड स्तर पर विभिन्न आला अधिकारियों की ओर से शिक्षकों को आए दिन गैर शैक्षणिक कार्यों में लगातार लगाने से स्कूलों में विद्यार्थियों का शिक्षण कार्य और परीक्षा परिणाम प्रभावित हो रहा है।

प्रदेश अध्यक्ष शेरसिंह चौहान ने कहा कि यदि सरकार ने शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य करवाना बंद नहीं किया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। ज्ञापन में संघ ने सरकार से बीएलओ का दायित्व अन्य राज्य कर्मचारियों को दिए जाने तथा मिड डे मील योजना दूध वितरण के कार्य से शिक्षकों को पूरी तरह मुक्त करने का आग्रह किया है।

प्रदर्शन के दौरान नवीन व्यास, भेरूलाल कलाल, प्रेम सिंह भाटी, अरविंद मीणा, सुरेश कलाल, लोकेश डामोर ,पवन खटीक, मुकेश गोराणा, धनेश्वरी वैष्णव, रामावतार गुर्जर, चंद्रशेखर परमार, ललित पालीवाल, देवेंद्र डामोर, राजवीर सिंह राठौड़, गजेंद्र शर्मा, मनोज मोची आदि मौजूद थे।