प्रदेश भर के शिक्षको ने काले कपड़े पहनकर किया प्रदर्शन
24 हजार अधिशेष शिक्षकों के समायोजन की मांग को प्रत्येक उपखंड पर प्रदर्शन
शिक्षा विभाग में विगत दो वर्ष में उच्च प्राथमिक से उच्च माध्यमिक में विधालय क्रमोन्नत करने, हिन्दी माध्यम के विघालयों को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के रूप में परिवर्तित करने एवं टीएसपी से नॉन टीएसपी क्षेत्र में1903 तृतीय श्रेणी शिक्षकों का समायोजन करने से प्रदेश के इन विद्यालयों में लगभग 24 हजार शिक्षक अधिशेष हो गए है, अब 20 सितम्बर से नई शिक्षक भर्ती की काउसलिंग शुरु होने जा रही है ऐसे में वर्षों से दूरदराज के विद्यालयों में अपनी सेवाएं दे रहे इन अधिशेष शिक्षको के नई शिक्षक भर्ती से पूर्व समायोजन की मांग सहित पांच सुत्रीय मांग को लेकर शिक्षकों ने काले कपड़े पहनकर गिर्वा उपखंड़ कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
आज राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ ने प्रदेश अध्यक्ष शेर सिंह चौहान व प्रदेश महामंत्री राजेश शर्मा के आव्हान पर पीडित शिक्षकों ने काले कपड़े पहनकर गिर्वा उपखंड़ कार्यालय के बाहर गिर्वा ब्लांक अध्यक्ष प्रेम बैरवा तथा कुरा बड़ ब्लांक अध्यक्ष ईश्वर सिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रदर्शन करने के बाद उपखंड अधिकारी को मुंख्यमंत्री के नाम पांच सूत्रीय पांच पत्र सौपा।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि नई शिक्षक भर्ती से पूर्व उदयपुर जिलें में लगभग 1500 शिक्षको सहित प्रदेश के 24 हजार शिक्षको का समायोजन करने , टीएसपी से नॉन टीएसपी क्षेत्र में 1903 तृतीय श्रेणी शिक्षको सहित समायोजन से वंचित शिक्षको का समायोजन उनके गृह जिलें में करने, तीन वर्ष से बकाया सभी वर्ग के 50 हजार शिक्षकों की डीपीसी करने , चुनाव की आचार संहिता लगने से पूर्व तृतीय श्रेणी शिक्षकों का स्थानान्तरण करने तथा नई शिक्षक भर्ती में विधवा, परित्यक्ता, गंभीर बिमारी से पीडित, विकलांग एवं पति पत्नी वाले प्रकरणों में शिक्षको का पदस्थापन उनके गृह जिलों में करने की मांग प्रमुख रुप से की गई है।
चौहान ने चेतावनी दी है कि अगर शिक्षकों की वाजिब मांगो पर सरकार पूरा नही करेगी तो आने वालें चुनाव में इन शिक्षकों के आक्रोश का सामना करना पडेगा।
प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष सतीश जैन, महामंत्री कमलेश शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष नवीन व्यास, ललित पालीवाल, गजेन्द्र शर्मा, देवी सिंह सारंगदेवोत, मनोज मोची, प्रेम सिंह भाटी, चंद्रशेखर परमार, हितेंद्र दवे, धनेश्वरी वैष्णव, देवेन्द्र सिंह राठौड़, अशोक मीणा आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।