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नगर निगम में कानून का नहीं, जंगल का राज  

16 फरवरी को उदयपुर के सभी ठेला फुटपाथ व्यवसाइयो ने अपना व्यवसाय बंद कर प्रदर्शन कर आंदोलन करने का निर्णय
 

उदयपुर, 9 फरवरी 2024। देहलीगेट पर वर्षों से कार्यरत 12 ठेला फुटपाथ व्यवसाइयो के पक्ष में न्यायालय के गुरुवार को उनके सर्टिफिकेट में लिखे कार्यस्थल पर ही व्यवसाय करने में किसी तरह की बाधा नहीं पहुंचाने के आदेश देने के बाद आज सुबह सभी ठेला फुटपाथ व्यवसाई जब अपने कार्यस्थल पहुंचे तो नगर  निगम, उदयपुर के अधिकारियों कर्मचारियों और धानमंडी थाना की पुलिस ने उनका सामान जप्त कर उन्हे पुलिस थाना धानमंडी ले जाया गया।  

इस अवैध कार्यवाही की जानकारी यूनियन के संरक्षक पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी को होने पर उनके नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर निगम, उदयपुर के आयुक्त से मिलकर इस अवैध कार्यवाही को रोकने का आग्रह किया तो उन्होंने कहा कि "ऐसा कोई आदेश लेकर आओ तब देखेंगे" जब सिंघवी ने उनसे कहा कि "आदेश की कॉपी आज नहीं मिल सकती है आप अपने अधिवक्ता से इस बारे में जानकारी ले ले तो भी उन्होंने इस बात कोअनसुना कर दिया"। इससे साफ जाहिर है कि नगर निगम, उदयपुर में कानून का नहीं, जंगल का राज है। 

यह जानकारी देते हुए यूनियन के सचिव और टाउन वेंडिंग कमेटी के सदस्य बंसीलाल चौहान ने बताया कि नगर निगम, उदयपुर एवं पुलिस की अवैध कार्रवाई का यूनियन के अध्यक्ष मोहम्मद निजाम के नेतृत्व में पुलिस थाना धान मंडी पर एवं नगर निगम, उदयपुर पर प्रदर्शन कर इस गुंडागर्दी का विरोध कर इस गुंडागर्दी के खिलाफ 16 फरवरी को उदयपुर के सभी ठेला फुटपाथ व्यवसाइयो ने अपना व्यवसाय बंद कर प्रदर्शन कर आंदोलन करने का निर्णय लिया।

इस अवसर पर नेशनल हॉकर्स फेडरेशन के संयोजक याकूब मोहम्मद, यूनियन उपाध्यक्ष मोहिनी राज माली, कार्यकारिणी सदस्य राम अवतार वैष्णव आदि मौजूद थे।