उदयपुर के लाखों विद्यार्थियों ने ली तंबाकू निषेध की शपथ
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर एच बामनिया ने बताया कि शिक्षा शासन सचिव नवीन जैन द्वारा शिक्षा विभाग को दिए गए निर्देशों की पालना में उदयपुर जिला शिक्षा अधिकारी ने समस्त 20 खण्डशिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूलों में प्रार्थना सभा के समय तम्बाकू निषेध संबंधित शपथ दिलाई जाए। इसकी पालना स्वरूप आज जिले के तीन हजार से अधिक विद्यालयों में प्रार्थना सभा के समय एक साथ लाखों विद्यार्थियों ने तंबाकू सेवन नहीं करने की शपथ ली।
सीएमएचओ डॉ बामनिया ने बताया कि जिले में 60 दिवसीय 'टोबेको फ्री यूथ केम्पेन' का आयोजन किया जा रहा है इसके तहत सभी विद्यालयों, चिकित्सा संस्थानों, पंचायत समिति और सभी सरकारी कार्यालयों में समय-समय पर तंबाकू निषेध संबंधी शपथ दिलाई गई।
उदयपुर जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती आशा मांडावत ने बताया कि चिकित्सा विभाग द्वारा चलाए जा रहे हैं तंबाकू फ्री युवा कैंपेन के तहत राज्य स्तर से शासन सचिव नवीन जैन द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी विद्यालय परिसर तंबाकू मुक्त घोषित किये जाए एवं वहां कार्यरत विद्यार्थी एवं स्टाफ को तंबाकू नहीं खाने की शपथ दिलाई जाए। इसके तहत आज सभी विद्यालयों में प्रार्थना सभा के समय तंबाकू निषेध की शपथ दिलाई गई।
जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डॉ प्रणव भावसार ने बताया कि विद्यालयों में तम्बाकू निषेध सम्बंधित जागरूकता के लिये रैलियो का आयोजन ,पोस्टर, चित्रकला, वाद विवाद, रोल प्ले जैसी अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, और शिक्षण संस्थानों को निर्धारित किये गये 9 मापदंडो के आधार पर तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान घोषित किया जा रहा है, शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया, कुछ विद्यालयों में कठपुतली कलाकारों द्वारा और प्रदर्शनी के माध्यम से भी जागरूकता फैलाई गई।
जिले में एक साथ इतने विद्यार्थियों द्वारा ली गई शपथ का एक रिकॉर्ड कायम हुआ है और तंबाकू निषेध के लिए ये जागरूकता अभियान छोटे छोटे गांव ढाणियों तक पंहुचा है।
डॉ प्रणव भावसार द्वारा ये भी बताया गया की तम्बाकू सेवन के दुरूपयोग सम्बंधित जागरूकता को शिक्षा विभाग द्वारा हर शनिवार संचालित 'नो बेग डे' में भी सम्मिलित किया गया है, जिससे ना सिर्फ इस अभियान के तहत जबकि शनिवार के इस शैक्षणिक पाठ्यक्रम के जरिये भी विद्यार्थी इस नशे सम्बंधित लत से जागरूक रह सकेंगे।