विदेश में नौकरी का झांसा, प्रतापगढ़ के दो युवकों का दर्दनाक अनुभव
कुवैत सरकार की मदद से भारत वापसी
उदयपुर, 10 जून 2025 | विदेश में बेहतर रोजगार की आस में निकले प्रतापगढ़ के दो युवकों का जीवन नर्क में बदल गया। मस्कट (ओमान) में होटल में वेटर की नौकरी का झांसा देकर ले जाया गया दोनों को, जहां होटल मालिक ने उन्हें घर का नौकर बनाकर रखा। 20-20 घंटे काम, भूखे रहना, मारपीट और सैलरी न मिलने की समस्याओं का सामना करना पड़ा। विरोध करने पर पीटा गया और एक रात पासपोर्ट व आईडी छीनकर घर से बाहर निकाल दिया गया।
प्रतापगढ़ के बंबोरी निवासी संजय सिंह झाला (24) और धरियावद निवासी कुलदीप सिंह (23) पिछले कुछ महीने विदेश में इस अत्याचार से गुजरते रहे। दोनों की मुलाकात उदयपुर के एजेंट मदन सिंह से हुई, जिसने मस्कट में होटल में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। करीब 65 हजार रुपए फीस लेने के बाद एजेंट ने उन्हें वहां पहुंचाया, लेकिन होटल मालिक किशोर पटेल ने उन्हें नौकर बनाकर रखा। दोनों को दिन में केवल दो रोटी और थोड़े से चावल दिए जाते थे, भूख लगने पर मांगने पर मारपीट की जाती थी।
30 मई को होटल मालिक द्वारा संजय से की गई मारपीट का वीडियो कुलदीप ने छुपाकर बना लिया था। विरोध करने पर दोनों को आधी रात को घर से बाहर निकाल दिया गया।
दोनों युवक परिचित वीरेंद्र सिंह के घर पहुंचे और लेबर कोर्ट, पुलिस से शिकायत की। भारत में उनके रिश्तेदार जितेंद्र सिंह ने कुवैत सरकार में सीनियर इकोनॉमिक एडवाइजर डॉ. अमर सिंह सोलंकी से संपर्क किया। डॉ. सोलंकी ने कुवैत, ओमान और भारतीय दूतावास के अधिकारियों से बात कर युवकों की मदद की। पुलिस ने होटल मालिक को युवकों के पासपोर्ट और टिकट बनाने के लिए बाध्य किया। अंततः 2 जून को दोनों युवक भारत लौट आए। यह घटना विदेशों में नौकरी के लालच में फंसे युवाओं के लिए एक गंभीर चेतावनी है।
मुख्य तथ्य: एजेंट ने मस्कट में वेटर की नौकरी का झांसा दिया
होटल मालिक ने घर का नौकर बनाया, 20 घंटे काम कराया
सैलरी न दी, मारपीट की गई
पासपोर्ट छीनकर बाहर निकाल दिया गया
कुवैत के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अमर सिंह सोलंकी की मदद से भारत वापसी हुई
प्रतापगढ़ के युवकों के लिए यह घटना एक सबक है कि विदेश नौकरी के अवसरों को लेकर सतर्क रहना जरूरी है।