राजस्थान स्लीपर बस हड़ताल का उदयपुर में फिलहाल कोई असर नहीं
उदयपुर 31 अक्टूबर 2025। राजस्थान के कई ज़िलों में चल रही स्लीपर बस हड़ताल का उदयपुर में फिलहाल कोई खास असर नहीं दिखा है। उदयपुर से रोजाना 325 से अधिक स्लीपर बसें विभिन्न राज्यों और जिलों के लिए संचालित होती हैं। हालांकि कुछ रूटों पर बसों की संख्या कम होने से किराए में 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ोतरी देखी गई है।
जोधपुर और बीकानेर से आने वाली बसों की संख्या में थोड़ी कमी हुई है। बस मालिकों और सरकार के बीच 2 नवंबर तक वार्ता नहीं होने पर उदयपुर में भी हड़ताल की संभावना जताई जा रही है।
परिवहन विभाग की हालिया कार्रवाई के चलते बस ऑपरेटरों में नाराजगी है। पिछले दिनों हुए हादसों के बाद विभाग द्वारा कई बसों के चालान काटे गए और कुछ को सीज भी किया गया। इससे ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट बस ऑनर एसोसिएशन में विरोध बढ़ गया है।
जयपुर, उदयपुर और भीलवाड़ा को छोड़कर प्रदेश के अन्य हिस्सों में स्लीपर बसों का संचालन बंद है। करीब सात हजार बसें खड़ी होने से यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है और ऑनलाइन बुकिंग भी बंद कर दी गई है। इसके चलते लोग ट्रेन का सहारा ले रहे हैं, जिससे रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ गई है।
उधर, उदयपुर से सभी रूटों पर बसें सामान्य रूप से चल रही हैं। उदयपुर बस एसोसिएशन के अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया कि उदयपुर ने अभी हड़ताल का समर्थन नहीं किया है। विभिन्न बस कंपनियों के संचालकों से बातचीत के बाद भी कोई सर्वसम्मति नहीं बन पाई है। उन्होंने कहा कि अगर 2 नवंबर तक सरकार से बातचीत नहीं होती है, तो उदयपुर में भी हड़ताल पर विचार किया जा सकता है।
सिंघवी का कहना है कि जब बसें परिवहन विभाग के सभी नियमों के अनुसार अप्रूव हैं, तो अधिक चालान काटने या बसों को सीज करने की प्रक्रिया उचित नहीं है।