×

उदयपुर में अभी तक केवल 43% सम्पूर्ण वैक्सीनेशन, 545152 लोग वैक्सीनेशन से वंचित

7 लाख 66 हज़ार 746 लोग अभी तक दूसरी डोज लगवाने नहीं पहुंचे

 

5 लाख 45 हजार 152 यानी 24 फीसदी ऐसे लोग है जिन्होनें वैक्सीन की न तो पहली डोज ली है न ही दूसरी।

राजस्थान में कोरोना वायरस की घातक तेज लहर जिस तेजी से उभरी थी, उतनी ही तेजी से उतार पर आई। अब तीसरी लहर की आहट फिर से शुरु हो गई है लेकिन वैक्सीनेशन की चाल में कोई अंतर नज़र नहीं आ रहा है। पिछले 11 महिनों से चल रहे टीकाकरण अभियान माह दर माह टीकाकरण का आंकड़ा तो बढ़ता जा रहा है लेकिन कई लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरत रहे है और वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवा रहे है। यदि 28 नवंबर के आंकड़ों पर नज़र डाले तो पहली डोज के मुकाबले 44% लोगो ने दूसरी डोज नहीं ली है यानि 7 लाख 66 हज़ार 746 लोग अभी तक दूसरी डोज लगवाने नहीं पहुंचे है, इसका कारण लापरवाही नहीं बल्कि दोनों वैक्सीन के बीच लंबा गैप है।। इनमें को-वैक्सिन और कोविशील्ड दोनों डोज शामिल है।

उदयपुर ज़िले में 18 से अधिक उम्र वाले 23,03,410 लोग है और हेल्थ डिपार्टमेन्ट के लक्ष्य के मुताबिक अभी तक केवल 9 लाख 91 हज़ार 512 लोगों को दोनों खुराक लगी है। यानी की जिले में 76 फीसदी लोगों को केवल पहली डोज लग चुकी है। जबकि दोनों डोज़ केवल 43 फीसदी लोगों को ही लगी है। अभी तक दूसरी डोज नहीं लेने वाले 44 फीसदी लोग है। जबकि 5 लाख 45 हजार 152 यानी 24 फीसदी ऐसे लोग है जिन्होनें वैक्सीन की न तो पहली डोज ली है न ही दूसरी।

लापरवाही बन सकती है घातक, फिर से बढ़ रहे है कोरोना के नए मामले 

कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है। पिछले एक हफ्ते में ही यह दक्षिण अफ्रीका से शुरू होकर 23 अन्य देशों में पहुंच चुका है। सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी का कहना है संक्रमण की वास्तविकता का पता लगाने हेतु ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में भी रेंडम सेंपलिंग को और बढ़ाया जाएगा। अधिक भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सब्जी मंडी, शॉपिंग मॉल इत्यादि जगहों पर रैंडम नमूने लेने की मात्रा को और बढ़ाया जाएगा। उदयपुर जिला पर्यटन स्थल होने एवं शादी समारोह का सीजन होने से इन दिनों होटल एवं रिसोर्ट में भी बाहरी पर्यटकों की भी भीड़ भाड़ रहती है। इन स्थानो पर विदेश से आये यात्रियों एवं आईएलआई लक्षणों वाले लोगो की जाँच करवाने हेतु समस्त होटल प्रबंधको को भी निर्देशित किया गया है। 

विभाग द्वारा अधिक से अधिक लोगो को वैक्सीनेट करने हेतु हर घर दस्तक टीकाकरण अभियान भी चलाया गया है जिसमे विभागीय कर्मचारियों द्वारा घर घर जाकर छुटे लोगो को टीका लगाया जा रहा है। डॉ खराड़ी ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि लोग नियमित जीवन में कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का सख्ती से पालन करे एवं टीके की दोनों खुराक अवश्य लगवाये ताकि कोविड के इस बहुरूपी चक्र से जीवन को बचाया जा सके।  

विशेषज्ञों द्वारा संभावित नई लहर से बच्चो के संक्रमित होने की सम्भावना भी जताई जा रही है इस हेतु स्कूलों में रेंडम सैंपलिंग की जा रही है। अभी तक 87 विद्यालयों में कुल 2383 बच्चो की सैंपलिंग की जा चुकि है जिसमे कोई भी बच्चा पॉजिटिव नही पाया गया है।