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बीजेपी के वरिष्ठ नेता दलपत सुराणा का निधन

पार्टी में शोक की लहर

 

उदयपुर 12 जुलाई 2025। मेवाड़ भाजपा के वरिष्ठ, जुझारू और बेबाक नेता दलपत सुराणा का आज लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। वे पिछले तीन-चार दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन की खबर से भाजपा कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों में गहरा शोक छा गया है। दलपत सुराणा भारतीय जनता पार्टी और जनसंघ के ऐसे सच्चे सिपाही थे, जो कार्यकर्ताओं की सुरक्षा और संगठन के लिए हमेशा सबसे आगे रहते थे।

1990 के विधानसभा चुनाव के दौरान एक घटनाक्रम का जिक्र करते हुए पूर्व भाजपा देहात जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि श्रीनाथ मार्ग स्थित दिगंबर जैन स्कूल मतदान केंद्र पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से विवाद इतना बढ़ गया कि भाजपा वोटर भागने लगे। तब कांग्रेसियों ने धमकी दी कि वे शाम को दो-दो हाथ करने आएंगे। पूरे शहर में यह खबर फैल गई, लेकिन मौके पर केवल दो कार्यकर्ता पहुंचे-दलपत सुराणा और गजेंद्र व्यास। उस समय सुराणा ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी “किसी को हाथ लगाया तो काट दूंगा।” दलपत सुराणा छोटे से छोटे कार्यकर्ता के लिए भी अपनी जान की परवाह किए बिना खड़े रहते थे। उनका यह साहसिक और निडर स्वभाव उन्हें एक आदर्श संगठनकर्ता बनाता है। उनके निधन से पार्टी ने एक सच्चा योद्धा और समाज ने एक निर्भीक नेता खो दिया है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि "सुराणा जी एक सहज, सरल और अनुभवी जननेता थे, जिनका सामाजिक और राजनीतिक जीवन सदैव प्रेरणादायी रहा। उनके निधन से सार्वजनिक जीवन में एक शून्यता उत्पन्न हुई है जिसकी पूर्ति असंभव है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिजनों को यह वज्रपात सहने की शक्ति प्रदान करें।"