क्या होता है सीज़फायर ? क्या फर्क है युद्धविराम और सीज़फायर में
11 मई 2025। भारत और पाकिस्तान के बीच कल भारतीय समयानुसार शाम 5 बजे सीज़फायर लागू हो गया है। हालाँकि यह कितना टिकाऊ होगा यह आने वाले दिनों में ही साफ होगा। 10 मई को भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात की आधिकारिक जानकारी देते हुए भारत और पाकिस्तान के बीच सीज़फायर की पुष्टि की थी। हालांकि उन्होंने आतंकवाद के बाद खिलाफ देश के सख्त रवैये पर अडिग रहने की बात भी कही है। इस मामले को लेकर 12 मई को एक फिर से अहम बातचीत होगी।
उधर रूस यूक्रेन के बीच भी अब आने वाले कल सोमवार को सीजफायर होने की चर्चा चल रही है। ऐसे में कल शाम से ही सीज़फायर शब्द चर्चा में आ गया है। आइये जानते है क्या होता है सीज़फ़ायर ?
भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा हालातों को देखते हुए सीजफायर की घोषणा की गई है। दरअसल, सीजफायर का असली मतलब दो देशों के बीच बीच जारी संघर्ष पर अस्थाई और स्थाई तौर पर रोक लगने को सीजफायर कहा जाता है। सीमा पर आक्रामक कार्रवाई को रोकने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। महत्वपूर्ण बात ये है कि सीज़फ़ायर में किसी भी तरह की संधि की जरूरत नहीं होती है, बल्कि इसके लागू होना फैसला दोनों देशों की आपसी सहमति पर निर्भर करता है।
सीजफायर लागू होने के बाद क्या होता है?
- सीजफायर लागू होने के बाद दोनों देशों के बीच जारी सैन्य कार्रवाई पर अस्थाई और स्थाई तौर पर रोक लग जाती है।
- दोनों देशों के जरिए आपसी तनाव खत्म करने के लिए समय और दायरे सहित शर्तों पर सहमति व्यक्त की जाती है।
- सीजफायर लागू करने के लिए सैन्य कमान शृंखला में निर्देश दिए जाते हैं।
- युद्ध विराम को लागू करने के लिए सैन्य कमान की श्रृंखला में निर्देश दिए जाते हैं। सीजफायर लागू होने में महानिदेशक मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) भी अहम भूमिका अदा करते हैं।
- इसके पूर्ण अनुपालन की जांच करने के लिए निगरानी व्यवस्था भी की जा सकती है।
क्या फर्क है सीजफायर और युद्धविराम में
हालांकि आम बोलचाल में सीजफायर और युद्धविराम को एक जैसा समझा जाता है लेकिन तकनीकी रूप से दोनों अलग हैं। युद्धविराम तब होता है जब दोनों देशों के बीच घोषित युद्ध चल रहा हो और उसे रोकने का निर्णय लिया जाए। जबकि सीजफायर तब होता है जब किसी अघोषित युद्ध में ही सैन्य टकराव हो रहा हो और उसे रोकने पर सहमति बने। भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा स्थिति को युद्ध घोषित नहीं किया गया है। इसलिए इसे सीमित सैन्य संघर्ष के बीच हुआ सीजफायर माना जा रहा है।
भारत बनाम पाक सीजफायर
भारत और पाकिस्तान के आपसी मतभेद का इतिहास काफी पुराना है। आजादी के एक साल बाद 1948 में पहली बार दोनों देश जम्मू और कश्मीर के मुद्दे पर आमने-सामने आए थे। बताया जाता है कि उस वक्त 1 जनवरी 1949 को पहला औपचारिक सीजफायर हुआ था।
1965 युद्ध
भारत और पाकिस्तान की सेनाएं 1965 में एक बार फिर से युद्ध के मैदान में आमने-सामने आई थीं। उस वक्त सोवियत संघ और संयुक्त राज्य (अमेरिका) के हस्तक्षेप के बाद दोनों देशों की आपसी सहमति के बाद सीजफायर का एलान हुआ था।
भारत-पाकिस्तान तनाव 2025
22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आंतकी हमले के बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान और POK में 9 आंतकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
8-9 मई को पाकिस्तान ने भारत के सीमावर्ती इलाकों में गोलीबारी और ड्रोन से हमले की हुए जिसका भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने मुंहतोड़ जवाब दिया और 10 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया।
कई बार हुआ सीजफायर का उल्लघंन
ऐसा नहीं है कि सीजफायर के एलान के बाद पाकिस्तान ने कभी इसका उल्लंघन नहीं किया है। इतिहास इस बात का गवाह है कि सीजफायर के बाद समय-समय पर पाकिस्तानी सेना लॉइन ऑफ कंट्रोल पर सीजफायर का उल्लंघन कर चुका है।