विश्व पर्यावरण दिवस-2024 पर लाईफ इवेन्ट
वर्तमान में संस्थान परिसर में विविध प्रकार के लगभग 11000 वृक्ष एवं 1000 छोटे पौधे हैं
उदयपुर, 6 जून। क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान, उत्तर पश्चिम रेलवे-उदयपुर में रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार "मिशन लाईफ" के तहत पर्यावरण सप्ताह के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिनमें रेलवे के फ्रंटलाईन स्टॉफ स्टेशन मास्टर, ट्रेन मैनेजर, लोको पायलट, शंटिंग जमादार, कांटेवाला, जूनियर इंजीनियर(रे.प./कार्य), तक्नीशियन (सिगनल) एवं अन्य कोटियों के प्रशिक्षणार्थियों के लिये पर्यावरण पोस्टर एवं ड्रॉईंग प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता एवं पर्यावरण विचार प्रतियोगितायें हुई।
विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून को प्रातः 06ः00 बजे प्राचार्य जय प्रकाश, अजय कुमार जैन-उप मुख्य कार्मिक अधिकारी (प्रशि.), अशोक मीना-सहा. वाणिज्य प्रबंधक(प्रशि.), रोहित सिंह-सहा. परिचालन प्रबंधक(प्रशि.), एवं पूरन सिंह अधिकारी-सहा. इंजी.(प्रशि.) आदि की उपस्थिति में संस्थान के लगभग 850 प्रशिक्षार्थियों एवं समस्त कर्मचारियों को "मिशन लाईफ" के अन्तर्गत पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई ।
इसके पश्चात् एक शीशम वाटिका का सृजन किया गया। जिसमें संस्थान के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं प्रशिक्षार्थियों ने भाग लिया एवं शीशम के 100 नये पौधे लगाये तथा उनकी सुरक्षा हेतु ट्री गार्ड लगाये गये। प्रशिक्षार्थियों को नियमित रूप से इन पौधों के रख-रखाव की जिम्मेदारी दी गयी एवं श्रमदान किया गया। वर्तमान में संस्थान परिसर में विविध प्रकार के लगभग 11000 वृक्ष एवं 1000 छोटे पौधे हैं जिनका संरक्षण भी नियमित श्रमदान द्वारा किया जा रहा हैं।
इसी दिन संस्थान में जैव विविधता को प्रेरित करने के लिये शान्तिपीठ, उदयपुर के सहयोग से प्राचार्य-क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान, उत्तर पश्चिम रेलवे-उदयपुर की अध्यक्षता में एक सेमिनार का भी आयोजन किया गया, जिसमें मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय, उदयपुर में प्राध्यापक नीरज, सेवानिवृत प्राध्यापक एवं पर्यावरणविद् पी.आर. व्यास एवं शान्तिपीठ के संस्थापक अनन्त गणेश त्रिवेदी द्वारा संबोधित किया गया तथा पर्यावरण के संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया गया।
पर्यावरण विचार प्रतियोगिता के प्रथम तीन विजेताओं ने भी मंच पर पर्यावरण संरक्षण पर अपने सुझाव व्यक्त किये। प्राचार्य-क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान, उत्तर पश्चिम रेलवे-उदयपुर द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओ के कुल 9 विजेताओं को मेडल एवं प्रमाण-पत्र प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया।